Vastu Tips: घर में चैन, सुख शांति और सुकून चाहते हैँ तो वास्तु के नियमों को अपनाने कि बहुत ही ज्यादा जरूरत होती है। वास्तु शास्त्र कि वहीं बात करें तो ये जीवन को सही तरह से व्यतीत करने के बारे में सब कुछ बताता है।
जो भी व्यक्ति वास्तु के सिद्धांतों से चलते हैँ, उनके जीवन में होने वाली सारी परेशानियां लगभग समाप्त हो जाती हैँ। ऐसे में हम आपको बतायेंगे कि वास्तु के अनुसार फुटवियर को किस तरह से रखना चाहिए और किस तरह से नहीं ताकि किसी भी प्रकार का वास्तु दोष न लगे।
फुटवियर कि बात करें तो ये साफ – सफाई और जीवन जीने के बारे में सब कुछ डिटेल में बताता है। यदि वास्तु शास्त्र के अनुसार मानें तो फुटवियर को हमेशा दक्षिण – पश्चिम दिशा कि ओर रखना काफी ज्यादा बेहतरीन और शुभ माना जाता है।
ये दिशा हर तरह कि नेगेटिविटी को दूर कर केवल घर में पॉजिटिव ऊर्जा के संचार को बढ़ाने में मददगार होती है। फुटवियर को कभी भी मेन गेट के पास नहीं रखना चाहिए। इसे हमेशा घर के भीतर कहीं कोने कि जगह में शूज स्टैंड के भीतर रखना चाहिए। जूते चप्पल को जो भी लोग साफ सफाई से रखते हैँ उनका घर व्यवस्थित होता जाता है।
वास्तु शास्त्र का मुख्य उद्देश्य ही रहता है कि घर में चैन, शांति सब कुछ बना रहे। ऐसे में वास्तु शास्त्र मानसिक और शारीरिक तरह से संतुलन को प्रदान करने में काफी हद तक असरदार होता है। ये जीवन में समृद्धि लेकर आने में भी मदद करता है।
ऐसे में वास्तु शास्त्र कि बात करें तो इसमें चप्पल जूते और घर के बाहर उतार कर ही सदैव घर के भीतर प्रवेश करना चाहिए नहीं तो जीवन में एक से बढ़ कर एक कई तरह कि दिक्क़तें परेशानियां होने लग जाती हैँ।
इसके अलावा एक बात का खासतौर पर और ध्यान दें कि इन्हें हमेशा प्रॉपर तरह से साफ करके ही रखें। ऐसे ही घर के भीतर लेकर के नहीं आएं।