नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 का आखिरी टेस्ट मैच 3 जनवरी 2025 से सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाएगा। इस निर्णायक मुकाबले से पहले भारतीय टीम को लेकर कई चर्चा हो रही हैं, जिनमें सबसे प्रमुख है रोहित शर्मा की टीम में जगह। हाल ही में, गौतम गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह संकेत दिया था कि रोहित शर्मा को सिडनी टेस्ट के प्लेइंग XI से बाहर किया जा सकता है, लेकिन पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान का इस पर स्पष्ट मत है। उनका मानना है कि रोहित शर्मा की टीम इंडिया को इस महत्वपूर्ण मैच में जरूरत है और उन्हें खेलना चाहिए।
रोहित शर्मा की फॉर्म पिछले कुछ समय से चिंता का विषय रही है। न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की घरेलू टेस्ट सीरीज से लेकर, ऑस्ट्रेलिया दौरा तक, रोहित का बैटिंग प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। उन्होंने इस सीरीज में खेले गए पांच मैचों में से केवल एक ही बार दहाई का आंकड़ा पार किया, वह भी महज 10 रन बनाकर आउट हो गए थे। बाकी की पारियों में उनका स्कोर केवल 3, 6, 3, और 9 का रहा। ऐसे में कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने उनका आलोचना की और सवाल उठाए कि क्या वह अब टीम इंडिया के लिए असरदार बल्लेबाज रह गए हैं।
लेकिन इरफान पठान का मानना है कि रोहित शर्मा के पास अनुभव और आत्मविश्वास की कमी नहीं है। वह ऐसे खिलाड़ी हैं, जो मुश्किल समय से बाहर निकल सकते हैं, और उन्हें इस चुनौती का सामना करना चाहिए। पठान ने सोशल मीडिया पर अपना बयान साझा करते हुए कहा, “मेरे हिसाब से रोहित शर्मा को इस फेज से हार नहीं माननी चाहिए। मुझे नहीं लगता कि उन्हें इस वक्त टीम से बाहर किया जाना चाहिए। उन्होंने भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत कुछ किया है और मुझे यकीन है कि वह इस समय को भी पलट सकते हैं। यह सीरीज का आखिरी और सबसे अहम टेस्ट है, और ऐसे में अनुभव की बहुत अहमियत होगी।”
टीम इंडिया को सिडनी में मजबूत प्रदर्शन की आवश्यकता होगी, और रोहित का मनोबल और अनुभव उसे मजबूत बना सकता है। वहीं, अगर वह मैच में खेलते हैं तो उनका प्रदर्शन टीम को एक नई दिशा दे सकता है। उनके द्वारा किए गए शानदार बल्लेबाजी शॉट्स और समय पर बड़े स्कोर बनाना टीम के लिए गेम चेंजर साबित हो सकता है।
सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में परिस्थितियां बल्लेबाजों के लिए काफी मुफीद हो सकती हैं, जहां तेज गेंदबाजों को ज्यादा मदद नहीं मिलती, लेकिन स्पिनरों को भी मैदान पर मदद मिलती है। ऐसे में अगर रोहित शर्मा अपनी पुरानी लय में लौटते हैं, तो वह इस मैच में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। उनके अनुभव और जिम्मेदारी से खेलते हुए बल्लेबाजी करने का तरीका टीम के लिए फायदेमंद हो सकता है।
यदि टीम मैनेजमेंट उन्हें इस टेस्ट मैच में मौका देती है, तो यह समय उनके लिए एक महत्वपूर्ण वापसी का हो सकता है। हालांकि, यह भी सच है कि यदि उनका प्रदर्शन नहीं सुधरता, तो इस टेस्ट मैच के बाद टीम मैनेजमेंट को फैसला करना होगा कि उन्हें आगे के मैचों में शामिल किया जाए या नहीं।
इरफान पठान ने स्पष्ट किया कि वह नहीं चाहते कि रोहित शर्मा को अब हटा दिया जाए। उन्होंने कहा, “इस मैच के बाद जो भी फैसला लिया जाए, वह टीम के भविष्य को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए।” रोहित शर्मा ने जो योगदान भारतीय क्रिकेट को दिया है, वह कभी भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। उनके नेतृत्व में भारत ने कई अहम मैच जीते हैं, और उनकी अनुभव को अंतिम टेस्ट में खोना टीम के लिए एक बड़ा नुकसान हो सकता है।
इस सब के बीच, गौतम गंभीर ने भी यह संकेत दिया है कि रोहित शर्मा के बारे में अंतिम फैसला पिच कंडीशन्स और टीम की आवश्यकता के आधार पर लिया जाएगा। उनके मुताबिक, प्लेइंग XI का चयन पिच देखकर किया जाएगा, और अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि रोहित को बाहर बैठाया जाएगा या नहीं।