Vastu Tips For Plants: यदि वास्तु या ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मानें तो घर में जो लोग भी पेड़ पौधे लगाते उनके घर में सदैव भगवान विष्णु जी कि कृपा बरसती है। न केवल भगवान कि कृपा बरसती है बल्कि घर का वातावरण भी शुद्ध रहता है।

खास बात ये है कि वहीं सनातन धर्म के मुताबिक आपने भी देखा होगा कि तुलसी माँ को एक खास प्रकार का महत्व दे रखा गया है और साथ में तुलसी जी के घर में होने से नेगेटिविटी दिन प्रतिदिन दूर होती चली जाती है। इसलिये तुलसी जी के पौधे को घर में सभी लोग लगाते हैँ।

तुलसी के पौधे के अलावा घर में शमी का पौधा भी बहुत ही ज्यादा शुभ माना जाता है। क्युंकि कहा जाता है कि शमी का पौधा भगवान शनि देव जी का प्रिय होता है। इसलिए इसे घर पर लगाया जाता है। लेकिन वास्तु के अनुसार जानिए कि शमी और तुलसी के पौधा का एक साथ होना क्या शुभ है या नहीं?

1. यदि वास्तु शास्त्र के मुताबिक मानें तो घर में सदैव तुलसी जी के पौधे को ईशान कोण में लगाना चाहिए। वहीं, शमी के पौधे को पश्चिम दिशा कि ओर लगाना शुभ माना जाता है। शमी के पौधे के साथ में होने से हर प्रकार कि समस्या दूर हो जाती है और शनि कि कृपा बरसती है। वहीं, तुलसी जी के पौधे को माँ लक्ष्मी जी का रूप माना जाता है। इसलिए इनके घर में होना शुभता का प्रतीक होता है। पर एक बात का खास तौर पर ध्यान रखना चाहिए कि इन दोनों पौधों को एक साथ नहीं रखना चाहिए बल्कि अलग अलग गमलों में लगाना चाहिए।

2. शमी का पौधा हो या तुलसी जी का पौधा इन दोनों में ही त्रिदेव का वास होता है। इसलिये इन्हें घर में लगाने से सुख -शांति आती है।

3. ज्योतिष और वास्तु शास्त्र के मुताबिक मानें तो तुलसी व शमी के पौधे को साथ लगाना शुभ माना जाता है क्युंकि इससे कई सारे लाभ देखने को मिलते हैँ। साथ ही सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी बढ़ता जाता है।

जानिए तुलसी व शमी के पौधे से जुड़े इन नियमों के बारे में:

यदि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मानें तो शनि व तुलसी जी दोनों ही काफी ज्यादा पूजयनीय हैँ। इसलिए एक साथ कभी भी नहीं रखना चाहिए बल्कि अलग अलग रख के नियम अनुसार पूजा करनी चाहिए।

दोनों ही पौधों में कभी भी बिना नहाये ज़ल नहीं चढ़ाना चाहिए। बल्कि स्नान करने के बाद ही ज़ल चढ़ाना चाहिए, वरना पाप पड़ता है।