नई दिल्ली: मेलबर्न टेस्ट का चौथा दिन भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक और रोमांचक मुकाबले का गवाह बना। जसप्रीत बुमराह ने अपनी धारदार गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलिया के युवा खिलाड़ी सैम कॉन्सटस को सिर्फ 8 रन पर पवेलियन भेज दिया। भारतीय टीम, जो पहली पारी में 105 रनों की बढ़त से पीछे थी, नीतीश रेड्डी के शतक और बुमराह की गेंदबाजी के दम पर मैच में वापसी की उम्मीद जगा रही है।
सैम कॉन्सटस का प्रभावशाली डेब्यू
मेलबर्न टेस्ट में 19 वर्षीय सैम कॉन्सटस ने अपने डेब्यू मैच से सबका ध्यान आकर्षित किया। पहली पारी में उन्होंने 60 रन बनाकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया और जसप्रीत बुमराह की गेंदों का बेबाकी से सामना किया। उनकी बल्लेबाजी और आत्मविश्वास ने दर्शकों को खासा प्रभावित किया।
लेकिन दूसरी पारी में कहानी थोड़ी बदल गई। बुमराह ने अपनी शानदार इनस्विंग गेंदों से कॉन्सटस को ज्यादा देर टिकने नहीं दिया। उन्होंने स्टंप्स के पास गेंदबाजी करते हुए कॉन्सटस को फंसाया और उन्हें क्लीन बोल्ड कर दिया।
बुमराह का शानदार प्लान और कॉन्सटस का विकेट
बुमराह ने कॉन्सटस को आउट करने के लिए पूरी रणनीति बनाई। उन्होंने लगातार दो-तीन गेंदें ऑफ स्टंप के पास डालीं और फिर एक शानदार इनस्विंगर से उन्हें बोल्ड कर दिया। यह विकेट टीम इंडिया के लिए काफी अहम था। बुमराह के इस विकेट के बाद उनका रिएक्शन देखने लायक था। उन्होंने दर्शकों को चीयर करने के लिए उकसाया और कॉन्सटस के मज़े लिए, जैसा कि कॉन्सटस ने भारतीय पारी के दौरान किया था।
नीतीश रेड्डी का शतक और भारत की वापसी
नीतीश रेड्डी के शानदार शतक की बदौलत भारत ने पहली पारी में 369 रन बनाए। 114 रनों की जुझारू पारी खेलने वाले नीतीश ने वाशिंगटन सुंदर के साथ मिलकर टीम को फॉलोऑन से बचाया। उन्होंने अपनी पारी में 10 चौके और एक छक्का लगाया।
ऑस्ट्रेलिया की बढ़त और भारत की चुनौती
ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 474 रन बनाए थे, जबकि भारत 369 रनों पर सिमट गया। ऑस्ट्रेलिया के पास अब भी 105 रनों की बढ़त है। भारत को चौथे दिन गेंदबाजी में पूरी जान लगानी होगी ताकि ऑस्ट्रेलिया को कम स्कोर पर रोका जा सके और मैच में बने रहने का मौका मिल सके।