नई दिल्ली: मोहम्मद शमी की चोट के बाद भारतीय क्रिकेट फैंस को उनकी वापसी का बेसब्री से इंतजार है। वर्ल्ड कप 2023 के बाद से शमी इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर हैं, लेकिन अब इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में उनकी वापसी की संभावनाएं बढ़ गई हैं। शमी की गेंदबाजी और अनुभव भारतीय तेज गेंदबाजी अटैक को मजबूती देने में अहम भूमिका निभाते हैं। नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) द्वारा उनकी फिटनेस पर ध्यान दिया जा रहा है, और फैंस को उम्मीद है कि वह जल्द ही भारतीय टीम में वापसी करेंगे।

वर्ल्ड कप 2023 के दौरान मोहम्मद शमी ने चोट के बावजूद शानदार प्रदर्शन किया। टूर्नामेंट के बाद, उन्हें सर्जरी करवानी पड़ी, लेकिन इसके बाद उनके घुटने में सूजन की समस्या सामने आई। इस वजह से वह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2023-24 में हिस्सा नहीं ले सके। हालांकि, अब उनकी फिटनेस में सुधार हो रहा है और एनसीए की मेडिकल टीम उनकी हर गतिविधि पर नज़र रख रही है।

फिलहाल, मोहम्मद शमी बंगाल की विजय हजारे ट्रॉफी टीम का हिस्सा हैं। हरियाणा के खिलाफ प्री-क्वार्टर फाइनल में उनके खेलने की संभावना है। एनसीए की फिजियो और ट्रेनर टीम उनके साथ मैदान पर मौजूद रहेगी ताकि उनकी फिटनेस और प्रदर्शन का आकलन किया जा सके।

इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में शमी की वापसी की उम्मीद

क्रिकेट फैंस को उम्मीद है कि शमी इंग्लैंड के खिलाफ आगामी घरेलू सीरीज में वापसी करेंगे। यह सीरीज शमी के लिए अपने लय में लौटने का एक सुनहरा अवसर होगी। अगर वह इस सीरीज में उम्दा प्रदर्शन करते हैं, तो चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए टीम इंडिया में उनकी जगह पक्की हो सकती है।

BCCI की सलेक्शन कमिटी विजय हजारे ट्रॉफी के नॉकआउट मैचों में शमी के प्रदर्शन पर विशेष ध्यान देगी। NCA की रिपोर्ट के अनुसार, उनकी गेंदबाजी पर चोट का कोई खास असर नहीं पड़ा है। हालांकि, भारतीय टीम में वापसी के लिए शमी को एनसीए से हरी झंडी मिलनी जरूरी है।

शमी के साथ-साथ तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की वापसी का भी इंतजार है। बुमराह को सिडनी टेस्ट के दौरान पीठ में चोट लगी थी, और उनकी वापसी भी NCA की मंजूरी पर निर्भर करती है। शमी और बुमराह की फिटनेस रिपोर्ट भारतीय टीम के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि ये दोनों खिलाड़ी टीम के तेज गेंदबाजी अटैक की रीढ़ हैं।

अगर शमी इंग्लैंड के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करते हैं और टीम में अपनी जगह पक्की करते हैं, तो चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में उनकी भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होगी। उनके साथ बुमराह, अर्शदीप सिंह, और अन्य तेज गेंदबाज भारतीय टीम को मजबूत बना सकते हैं।