नई दिल्ली: क्रिकेट का सफर जब टेस्ट क्रिकेट से शुरू हुआ था, तब किसी ने नहीं सोचा था कि इसमें इतने सारे बदलाव होंगे। एक समय था जब क्रिकेट में सिर्फ टेस्ट मैच ही खेले जाते थे। लेकिन क्रिकेट की दुनिया में समय के साथ कई बदलाव हुए और आज हम तीन प्रमुख फॉर्मेट्स में क्रिकेट खेलते हैं – टेस्ट, वनडे और टी20। इन फॉर्मेट्स में सबसे पहले वनडे क्रिकेट आया था। तो आइए जानते हैं, वनडे क्रिकेट की शुरुआत कब हुई थी, कैसे इसका विचार आया और पहले वनडे मैच का आयोजन कहां और कब हुआ था।

वनडे क्रिकेट की शुरुआत कब हुई?

वनडे क्रिकेट का विचार सबसे पहले बारिश के कारण आया। दरअसल, टेस्ट क्रिकेट का फॉर्मेट इतना लंबा होता था कि कई बार मैचों में बारिश के कारण समय की कमी हो जाती थी। यह समस्या विशेष रूप से उन दिनों में थी, जब टेस्ट मैचों का समय तय नहीं था। फिर, बारिश के चलते मैचों का स्थगित होना और समय की कमी से उबरने के लिए क्रिकेट की दुनिया में एक नए फॉर्मेट का विचार आया – वनडे क्रिकेट। यह फॉर्मेट इतने सफल रहा कि देखते ही देखते इसके आयोजन के लिए वर्ल्ड कप तक शुरू हो गए।

पहला वनडे मैच कब और कहां खेला गया था?

आपको जानकर हैरानी होगी कि पहला वनडे मैच आज से ठीक 54 साल पहले 1971 में खेला गया था। यह मैच इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर हुआ था। हालांकि, इस मैच की वजह एक बड़ी बारिश थी। उस समय इंग्लैंड की टीम ऑस्ट्रेलिया में एशेज सीरीज खेलने आई थी, और तीसरे टेस्ट मैच के लिए दोनों टीमें तैयार थीं। लेकिन मेलबर्न में लगातार चार दिन बारिश हुई, जिससे मैच में देरी हो गई और स्टेडियम में मौजूद हजारों दर्शकों के लिए यह एक बड़ी निराशा थी।

बारिश की वजह से वनडे क्रिकेट का जन्म हुआ

जब टेस्ट मैच की शुरुआत नहीं हो पाई और दर्शकों की उम्मीदें टूटने लगीं, तो ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड ने एक क्रांतिकारी कदम उठाया। उन्होंने फैसला किया कि मैच को 40 ओवर प्रति पारी के वनडे फॉर्मेट में खेला जाए। इस मैच में एक ओवर में आठ गेंदें फेंकी जाती थीं और एक गेंदबाज को सिर्फ पांच ओवर ही फेंकने की अनुमति दी गई थी।

ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी और इंग्लैंड की टीम को 190 रन पर ऑल आउट कर दिया। इसके बाद, ऑस्ट्रेलिया ने इस लक्ष्य को पांच विकेट से हासिल किया। इस शानदार मैच के बाद, वनडे क्रिकेट को लेकर एक नया सिलसिला शुरू हो गया और यह फॉर्मेट क्रिकेट जगत में स्थायी रूप से अपनी जगह बना चुका है।

पहले वनडे मैच के सफल आयोजन के बाद, क्रिकेट की दुनिया ने अगले चार साल में एक और बड़ा कदम उठाया – पहला वनडे वर्ल्ड कप। यह वर्ल्ड कप 1975 में हुआ था और उस समय वनडे मैचों की अवधि 60 ओवर की हुआ करती थी। इस वर्ल्ड कप में वेस्टइंडीज, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, भारत, पाकिस्तान, न्यूजीलैंड जैसी टीमों ने हिस्सा लिया था। इस टूर्नामेंट के दौरान, वेस्टइंडीज ने क्लाइव लॉयड की कप्तानी में यह वर्ल्ड कप जीता और वनडे क्रिकेट का इतिहास एक नए अध्याय में बदल गया।

आज वनडे क्रिकेट का फॉर्मेट काफी बदल चुका है, और अब यह 50 ओवर के मैच के रूप में खेला जाता है। समय के साथ-साथ, वनडे क्रिकेट में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं, जैसे पावरप्ले का सिस्टम, नए नियम और तकनीकी सुधार।

वनडे क्रिकेट अब सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक ग्लोबल इवेंट बन चुका है, जिसे पूरे विश्व में लाखों लोग देखते हैं। इसके सबसे बड़े उदाहरण हैं, आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप, जो हर चार साल में आयोजित होता है और क्रिकेट की सबसे बड़ी प्रतियोगिता मानी जाती है।