नई दिल्ली: साउथ अफ्रीका और पाकिस्तान के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में साउथ अफ्रीका के बल्लेबाज रेयान रिकेलटन ने ऐसा कारनामा कर दिखाया, जो लंबे समय तक याद रखा जाएगा। कप्तान टेम्बा बावुमा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया और यह सही साबित हुआ। रिकेलटन ने अपनी ऐतिहासिक पारी में 259 रन बनाए, जिसमें 29 चौके और 3 छक्के शामिल थे। यह पारी न केवल उनके करियर की सबसे बेहतरीन पारी रही, बल्कि उन्होंने अपनी टीम को मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया।
पाकिस्तानी गेंदबाजों का खराब प्रदर्शन
पाकिस्तानी गेंदबाज पूरे मैच में बुरी तरह से संघर्ष करते नजर आए। रिकेलटन की शानदार पारी ने उन्हें टिकने का कोई मौका नहीं दिया। क्रीज पर टिके रहकर उन्होंने पाकिस्तानी गेंदबाजों की हर रणनीति को फेल कर दिया। उनके साथ कप्तान टेम्बा बावुमा और काइल वेरेने ने भी शतक लगाकर टीम की स्थिति को और मजबूत किया। साउथ अफ्रीकी टीम ने 615 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया, जो पाकिस्तान के लिए एक चुनौती बन गया।
रिकेलटन ने तोड़ा विराट कोहली का रिकॉर्ड
रेयान रिकेलटन की 259 रनों की पारी ने उन्हें वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के इतिहास में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले पांचवें बल्लेबाज की लिस्ट में शामिल कर दिया। इस उपलब्धि के साथ उन्होंने विराट कोहली को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने 2019 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 254 रनों की पारी खेली थी।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में सबसे बड़ी पारियां
डेविड वॉर्नर – 335 रन
हैरी ब्रूक – 317 रन
जैक क्राउली – 267 रन
जो रूट – 262 रन
रेयान रिकेलटन – 259 रन
विराट कोहली – 254 रन
केपटाउन में दोहरा शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी
रेयान रिकेलटन ने केपटाउन में टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले पहले साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज का गौरव हासिल किया। इससे पहले कोई भी साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी इस मैदान पर दोहरा शतक नहीं लगा पाया था। उन्होंने ग्राउंड पर सबसे बड़ा स्कोर बनाकर इतिहास रच दिया।
ग्रीम स्मिथ के बाद बड़ा कारनामा
रिकेलटन ने 12 साल बाद साउथ अफ्रीका के लिए पाकिस्तान के खिलाफ ओपनिंग करते हुए दोहरा शतक लगाया। इससे पहले ग्रीम स्मिथ ने 2013 में 234 रन की ओपनिंग पारी खेली थी। साउथ अफ्रीका के लिए पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट में अब तक केवल तीन खिलाड़ियों ने दोहरा शतक लगाया है – ग्रीम स्मिथ, हर्शल गिब्स और अब रेयान रिकेलटन।
रिकेलटन की यह शानदार पारी टीम के लिए गेम-चेंजर साबित हुई। उन्होंने न केवल व्यक्तिगत तौर पर बड़ा स्कोर किया, बल्कि टीम के बाकी बल्लेबाजों को भी प्रेरित किया। यह प्रदर्शन साउथ अफ्रीका को मजबूत स्थिति में लाने में अहम भूमिका निभाएगा।