नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेले जा रहे अंतिम टेस्ट मैच में अपने शानदार प्रदर्शन से इतिहास रच दिया। पंत ने न केवल अपनी धुआंधार बल्लेबाजी से भारतीय टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया, बल्कि इस मैच के दौरान इंटरनेशनल क्रिकेट में 5000 रन पूरे करने का गौरव भी हासिल किया।

दूसरी पारी में धमाकेदार बल्लेबाजी

ऋषभ पंत ने सिडनी टेस्ट की दूसरी पारी में 61 रन की धुआंधार पारी खेली। उन्होंने मात्र 29 गेंदों में अर्धशतक पूरा कर लिया, जिससे वह ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर सबसे तेज फिफ्टी लगाने वाले मेहमान बल्लेबाज बन गए। पंत की इस पारी में 6 चौके और 4 गगनचुंबी छक्के शामिल थे। उनकी इस आक्रामक बल्लेबाजी ने न केवल दर्शकों का दिल जीता बल्कि टीम इंडिया को 140 से ज्यादा रनों की बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाई।

पहली पारी में दिखाया जुझारूपन

पहली पारी में ऋषभ पंत ने विपरीत अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए टीम को स्थिरता प्रदान की। उन्होंने 98 गेंदों में 40 रन बनाए, जिसमें तीन चौके और एक छक्का शामिल था। पंत ने उस पारी में मैदान पर 149 मिनट बिताए और कई बार गेंद से चोट खाई, लेकिन अपनी टीम के लिए संघर्ष जारी रखा।

मिचेल स्टार्क और अन्य गेंदबाजों पर आक्रमण

दूसरी पारी में पंत ने अपने आक्रामक तेवर दिखाते हुए मिचेल स्टार्क की लगातार गेंदों पर छक्के जड़े। उन्होंने स्कॉट बोलैंड और ब्यू वेबस्टर के खिलाफ भी बड़े शॉट लगाए। उनकी बल्लेबाजी ने ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों की कमर तोड़ दी और टीम इंडिया को मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया।

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में पंत का प्रदर्शन

इस सीरीज में ऋषभ पंत का प्रदर्शन मिश्रित रहा है। उन्होंने अब तक पांच मैचों में कुल 255 रन बनाए हैं, जिसमें एक अर्धशतक शामिल है। हालांकि, वह सीरीज के टॉप छह बल्लेबाजों में शामिल हैं। पंत की यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि वह दबाव में भी टीम के लिए प्रदर्शन कर सकते हैं।

5000 इंटरनेशनल रन: पंत की खास उपलब्धि

ऋषभ पंत ने सिडनी टेस्ट के दौरान इंटरनेशनल क्रिकेट में अपने 5000 रन पूरे कर लिए। उन्होंने 150 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 33.97 की औसत से यह मुकाम हासिल किया।

भारतीय टीम के लिए उम्मीदें

सिडनी टेस्ट के तीसरे दिन भारतीय टीम की उम्मीदें रविंद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर पर टिकी होंगी। भारतीय टीम की कुल बढ़त 145 रन की हो चुकी है। इतिहास के लिहाज से, सिडनी में चौथी पारी में 200 से अधिक रन का लक्ष्य चेज करना मुश्किल रहा है। ऐसे में टीम इंडिया को तीसरे दिन बड़ा स्कोर खड़ा करना होगा।