नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच चल रही वनडे सीरीज का रोमांच अपने चरम पर है। दोनों टीमों ने एक-एक मैच जीत लिया है, और अब तीसरे और निर्णायक मुकाबले से तय होगा कि कौन सी टीम सीरीज अपने नाम करेगी। चैंपियंस ट्रॉफी के लिहाज से भी यह सीरीज बेहद अहम है। इस मैच में पाकिस्तान ने ऐसा ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है, जो पहले कभी नहीं देखा गया। पाकिस्तान ने करीब 43 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ते हुए ऑस्ट्रेलिया को 9 विकेट से हरा दिया।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पाकिस्तान की सबसे बड़ी जीत

ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह वनडे क्रिकेट में पाकिस्तान की सबसे बड़ी जीत है। पाकिस्तान ने 141 गेंदें शेष रहते हुए ऑस्ट्रेलिया का छोटा सा स्कोर केवल एक विकेट खोकर हासिल कर लिया। इससे पहले, पाकिस्तान ने 1981 में ऑस्ट्रेलिया को सिडनी में 6 विकेट से हराया था, जो उस समय की सबसे बड़ी जीत थी। वहीं गेंदें शेष रहते जीत की बात करें, तो पाकिस्तान ने इससे पहले 2022 में ऑस्ट्रेलिया को लाहौर में 73 गेंदें शेष रहते हराया था। अब यह जीत दोनों मामलों में पाकिस्तान की सबसे बड़ी जीत मानी जा रही है।

ऑस्ट्रेलिया की खराब बल्लेबाजी प्रदर्शन

ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी इस मुकाबले में पूरी तरह से फ्लॉप साबित हुई। पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम केवल 163 रन ही बना सकी और 35 ओवरों में ही ऑल आउट हो गई। पाकिस्तान के सामने 164 रनों का लक्ष्य था, जिसे उन्होंने 26.3 ओवरों में ही हासिल कर लिया। इस मुकाबले में पाकिस्तान की खास बात यह रही कि पहले गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और फिर बल्लेबाजों ने शानदार तरीके से खेल दिखाया।

पाकिस्तान की जीत का मुख्य आधार उसकी ओपनिंग साझेदारी रही। सलामी बल्लेबाज सैम अयूब और अब्दुल्लाह शफीक ने पहले विकेट के लिए 137 रनों की पार्टनरशिप की। सैम अयूब ने 71 गेंदों पर 82 रनों की शानदार पारी खेली, जिसमें 5 चौके और 6 छक्के शामिल थे। अब्दुल्लाह शफीक ने 69 गेंदों पर 64 रनों की पारी खेली और नाबाद रहे। कप्तान बाबर आजम ने 20 गेंदों पर 15 रन बनाए और अंत में सिक्स लगाकर अपनी टीम को जीत दिलाई।

पाकिस्तानी गेंदबाजों का कमाल

पाकिस्तान के गेंदबाजों ने शुरू से ही ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर दबाव बनाया। शाहीन अफरीदी, हारिस रउफ और इमाद वसीम ने मिलकर शानदार गेंदबाजी की, जिससे ऑस्ट्रेलियाई टीम बड़ा स्कोर खड़ा करने में नाकाम रही। शाहीन अफरीदी ने शुरुआती ओवरों में ही विकेट झटके और ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी को दबाव में ला दिया। हारिस रउफ ने मिडिल ओवर्स में आकर लगातार विकेट चटकाए, जिससे ऑस्ट्रेलिया की पारी लड़खड़ा गई।

सीरीज का फैसला अगले मैच में

अब यह सीरीज 1-1 की बराबरी पर है, और तीसरा और अंतिम मुकाबला निर्णायक होगा। चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारियों के लिहाज से भी यह मैच बेहद महत्वपूर्ण है। दोनों टीमें पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरेंगी और अपने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करेंगी।