Weather Alert: यूपी सहित उत्तर भारत में मानसूनी बारिश ने बीते 48 घंटे में ऐसा कहर मचाया कि मार्केट से लेकर सड़कों तक पर सन्नाटा पसरा है. बारिश के चलते जहां नदी, नाले और तालाबों का जलस्तर बढ़ गया वहीं, तमाम मार्ग पानी भरने से जर्जर हो गए. सड़कों पर पानी भरने से यातायात भी बाधित रहा. उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन होने से तमाम सड़कें बंद हैं, जिससे वाहन चाहलों को बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है.

मा वैष्णो देवी के लिए हेलीकॉप्टर की सेवा को भी ठप करना पड़ा. इससे मां के भक्तों को दर्शन के लिए पैदल यात्रा करनी पड़ी. उत्तर भारत ही नहीं दक्षिण राज्यों और मध्य हिस्सों में भी भयंकर बारिस ने जिंदगी की खुशियों पर ब्रेक लगा दिया. सड़कों पर पेड़ और बिजली के खंभे गिरने से लोगों को विद्युत कटौती का सामना करना पड़ा. हरियाणा, यूपी और दिल्ली एनसीआर में अभी भी बादल छाए हुए हैं. भारतीय मौसम विभाग ने कई जगह तेज बारिश की चेतावनी जारी कर दी है.

इन हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी

भारतीय मौसम विभाग यानी आईएमडी के अनुसार, देश के तमाम इलाकों में भयंकर बारिश होने की चेतावनी जारी कर दी है. पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण पश्चिम बंगाल के गंगा किनारे वाले क्षेत्रों में भारी बारिश होने की संभावना जताई है. इसके अलावा ओडिशा और झारखंड में 15 सितंबर तक तेज बारिश होने की उम्मीद जताई गई है.

मौसम विभाग ने कहा कि उत्तर पश्चिम उत्तर प्रदेश के ऊपर भी कम दबाव बने रहने के चलते उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश दर्ज की गई है. ओडिशा, पश्चिम बंगाल और दक्षिणी छत्तीसगढ़ में शनिवार को भारी बारिश का सिलिसला दखने को मिल सकता है. उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड और सिक्किम में तेज बारिश हो सकती है. मध्य महाराष्ट्र, गुजरात और पूर्वोत्तर के सभी राज्यों में 72 घंटे तेज बारिश की चेतावनी दी गई है.

यूपी कई हिस्सों में झमाझम बारिश से बिजली आपूर्ति ठप

बीते दो दिन और दो रात से लगातार हो रही बारिश के चलते गांव से लेकर शहर तक बिजली आपूर्ति ठप हो गई. इससे शहरों में रहने वाले लोगों को गर्मी का भी सामना करना पड़ा. बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए विभागीय कर्मचारी जुटे जरूर रहे, लेकिन अभी पूरी तरह से आपूर्ति शुरू नहीं हो सकी है. सड़क से लेकर हाईवों तक पर पानी भरने से राहगीरों को दिक्कतें झेलनी पड़ी हैं.

जलभराव होने से वाहन रेंगते दिखाई दिए. किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ. धान, बाजरा और गन्ने की फसलों में अधिक पानी भरने से बर्बादी की कगार पहुंच गई हैं. यही हाल उत्तराखंड में रहा, जहां लगातार बारिश के चलते मलबा गिरने से सैकड़ों सड़कें बंद हो गई हैं. कई जिलों में तो बारिश की संभावना को देखते हुए स्कूलों की छुट्टियां ही कर दी हैं.

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