These 3 banks increased MCLR rates. देश में चल रही जबरदस्त महंगाई के बीच बैंके भी लोगों को एक के बाद में एक एक झटका देती जा रही है। इस कड़ी में इन तीन बैंकों ने ग्राहकों पर बोझ बढ़ा दिया है। जिससे आपके चलने वाले लोन की ईएमआई बढ़ जाएगी। हालांकि ध्यान देने वाली बातें है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति समीक्षा में लगातार नौवीं बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। जिसे 6.5% का जस तस रखा गया है।

हालांकि अपने यहां पर कुछ बैकों ने तो ग्राहकों को निराश कर दिया है, जिससे यहां पर लोन के EMI का बोझ जेब पर भारी पड़ने वाला है। तो चलिए यहां पर आप को बताते हैं इन बैकों के बढ़ी हुई एमसीएलआर के बारे में…

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बैंक ऑफ बड़ौदा ने जोर का झटका धीरे से दिया

दरअसल इस कढ़ी में बैकिंग सेक्टर में लीडिंग बैंक बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी यहां पर एमसीएलआर को बढ़ा दिया है, जिससे बैंक ने 3, 6 और 12 महीने की अवधि के लिए लेंडिंग रेट्स में 5 बेसिस प्वाइंट की बढ़ गई है, तो वही 3 महीने की एमसीएलआर को 8.45 फीसदी से बढ़ाकर 8.5 फीसदी, 6 महीने की एमसीएलआर को 8.70 फीसदी से बढ़ाकर 8.75 फीसदी कर दिया गया है। 

केनरा बैंक ने बढ़ाई एमसीएलआर दर

केनरा बैंक ने फंड की सीमांत लागत आधारित ब्याज यानी एमसीएलआर को 0.05 फीसदी बढ़ा दिया है। बैंक ने यह बढ़ोतरी सभी अवधि के लोन के लिए की गई है। अगर आप का यहां पर लोन चल रहा है,तो महंगे हो जाएंगे। वर्तमान में यह दर 8.95 फीसदी है, जो अब 9 फीसदी हो जाएगी।

यूको बैंक ने बढ़ा दी MCLR दरें

यूको बैंक ने भी ग्राहकों बड़ा झटका देते हिए ब्याज दरों को बढ़ा दी है। जिससे अब बैंक का ओवरनाइट MCLR 8.20 फीसदी, एक महीने का MCLR 8.35 फीसदी, तीन महीने का MCLR 8.50 फीसदी, छह महीने का MCLR 8.80 फीसदी, एक साल का MCLR 8.95 फीसदी कर दिया गया है। अगर यहां पर किसी ग्राहक लोन चल रहा हैं,तो बढ़ी हुई EMI भरने के लिए तैयार रहे है।

जानिए MCLR बढ़ने पर आप पर क्या होगा असर

दरअसल आप को बता दें कि देश में RBI के द्धारा MCLR सिस्टम 2016 में लाया गया था। यह एक बेंचमार्क ब्याज दर है, जिसे बैंक अपना कर्ज देने की ब्याज दर तय करने के लिए इस्तेमाल करते हैं। इस दर से कम ब्याज दर में बैंक किसी भी ग्राहक को कर्ज नहीं दे सकते। MCLR बढ़ने से उन लोनधारकों  जो इस इस दर से जुड़े होते हैं।

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