भारत एक बहुजातीय और सांस्कृतिक विविधता वाला देश है, जहां जाति व्यवस्था का ऐतिहासिक महत्व रहा है। प्राचीन काल से ही भारतीय समाज में जातियों का विभाजन धार्मिक और सामाजिक आधार पर किया गया है। जातियों की संख्या को लेकर कोई स्पष्ट और आधिकारिक आंकड़ा नहीं है, क्योंकि भारत सरकार ने जाति आधारित जनगणना 1931 […]