PM Vishwakarma Scheme: पीएम विश्वकर्मा योजना एक सरकारी योजना है जिसका उद्देश्य कारीगरों, शिल्पकारों और छोटे व्यापारियों की सहायता करना है। इसके तहत सरकार इन व्यक्तियों को अपना व्यवसाय और कौशल विकसित करने के लिए विभिन्न लाभ प्रदान करती है। इस योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थियों को योजना की शर्तों को पूरा करना होगा और आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन करना होगा।
पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को निम्नलिखित लाभ मिलते हैं:
1. निःशुल्क प्रशिक्षण: योजना के तहत कौशल विकास के लिए निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। यह प्रशिक्षण विभिन्न ट्रेडों और शिल्प कौशल में होता है।
2. 500 रुपये प्रतिदिन भत्ता: प्रशिक्षण के दौरान 500 रुपये प्रतिदिन की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
3. 15,000 रुपये तक का ऋण: प्रशिक्षण पूरा करने के बाद लाभार्थियों को व्यवसाय शुरू करने के लिए 15,000 रुपये तक का ऋण भी प्रदान किया जाता है। यह योजना मुख्य रूप से छोटे व्यापारियों और शिल्पकारों के लिए है, ताकि वे अपना व्यवसाय बढ़ा सकें और आत्मनिर्भर बन सकें।
पीएम विश्वकर्मा योजना के कुछ मुख्य बिंदु
1. उद्देश्य: यह योजना खास तौर पर छोटे कारोबारियों, कारीगरों और शिल्पकारों के लिए है, जो अपने हुनर को निखारकर और अपना कारोबार बढ़ाकर आत्मनिर्भर बन सकते हैं।
2. लाभार्थी: इस योजना के लाभार्थी वे लोग हैं जो पारंपरिक शिल्प जैसे हस्तशिल्प, निर्माण कार्य और अन्य छोटे-मोटे कारोबार से जुड़े हैं। इसमें कारीगर, मोची, बढ़ई, लोहार और अन्य शिल्पकार शामिल हैं।
3. प्रशिक्षण केंद्र: राज्य सरकार या सरकारी संस्थाओं द्वारा संचालित विभिन्न केंद्रों पर प्रशिक्षण दिया जाता है। इन केंद्रों पर शिल्प और व्यवसाय कौशल सिखाया जाता है।
4. ऋण शर्तें: ₹15,000 तक के ऋण ब्याज दरों पर आधारित होते हैं और इन्हें आसान किस्तों में चुकाया जा सकता है। ऋण प्राप्त करने के लिए लाभार्थियों को योजना की शर्तों और आवश्यक दस्तावेजों के अनुसार आवेदन करना होता है।
5. प्रेरणा और सहायता: योजना के तहत लाभार्थियों को अपने कारोबार को बेहतर तरीके से चलाने के लिए सरकारी सहायता और प्रेरणा मिलती है।
अधिक जानकारी के लिए आप स्थानीय सरकारी कार्यालय या योजना के आधिकारिक पोर्टल से संपर्क कर सकते हैं।