Vastu Tips For Home: यदि वास्तु शास्त्र के अनुसार मानें तो घर कि दिशा से लेकर उसमें रखी प्रत्येक चीजों को सही दिशा कि ओर रखने की बहुत ही ज्यादा जरूरत होती है। इसका पॉजिटिव असर भी हमारे जिंदगी के ऊपर पड़ता है। सनातन धर्म में वास्तु शास्त्र को बहुत ही ज्यादा अहम और महत्वपूर्ण माना भी गया है। इसलिए ज़ब भी घर बनवाते हैँ तब वास्तु शास्त्र का खास ध्यान रखने कि बहुत ही ज्यादा जरूरत होती है।

जानिए कि बिना खर्च के वास्तु दोष कैसे दूर कर सकते हैँ: 

वास्तु शास्त्र के बारे में पहले तो जान लें ये बातें:

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का निर्माण यदि कराया जाता है तो ये बहुत ही ज्यादा शुभ होता है। ऐसा करने से सदैव ही सकारात्मकता का वास होता है। साथ ही घर में सुख समृद्धि, यश और वैभव बना रहता है। इसके अलावा घर में अगर वास्तु के हिसाब से चीजें नहीं रखी होती हैँ तो वास्तु दोष भी उत्पन्न हो सकता है। जिससे चारों ओर घर में कलह और नेगेटिविटी बढ़ सकती है।

कहाँ रखें धन को

वास्तु शास्त्र के अनुसार पैसे रखने कि सबसे अच्छी दिशा दक्षिण पश्चिम दिशा ही होती है। इस दिशा में आभूषण रखने से धन कि वृद्धि होती है। इसके अलावा कभी भी घर को दक्षिण या पश्चिम दिशा कि ओर नहीं रखना चाहिए। क्युंकि ऐसा करने से वास्तु दोष भी उत्पन्न हो सकता है। साथ ही आर्थिक तंगी का सामना भी करना पड़ सकता है।

वास्तु के अनुसार इस दिशा को रखें साफ सुथरा 

वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर के मध्य भाग जिसे ईशान कोण भी कहा जाता है। ज्यादातर लोग इस जगह पर किसी न किसी सामान को रख देते हैँ। जबकि घर का मध्य भाग हमेशा साफ सुथरा होना चाहिए। मान्यता है कि इससे घर में बीमारियां भी नहीं फैलती हैँ। साथ ही माँ लक्ष्मी जी की कृपा भी बनी रहती है।

घर में बनाएं स्वास्तिक का निशान 

घर से वास्तु दोष को दूर करने के लिए मेन गेट पर चंदन, रोली या कुमकुम से स्वास्तिक के चिन्ह को जरूर बनाएं। स्वास्तिक बनाते समय इस बात का भी ध्यान रखें कि वे लगभग 9 इंच लम्बा और 9 इंच चौड़ा हो। साथ ही घर में से नकारात्मकता भी दूर होती है।

पंचमुखी हनुमान 

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का मुख्य द्वार सदैव पूर्व दिशा कि ओर बनवाना चाहिए। यदि ऐसा सम्भव न हो तो प्रवेश द्वार कि दक्षिण दिशा में पंच मुखी हनुमान जी कि तस्वीर को जरूर लगाएं। इसके अलावा पंचधातु से बना पिरामिड बना सकते हैँ। ऐसा करने से वास्तु दोष से मुक्ति भी मिलती है। साथ ही धन के देवता कुबेर जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।