Success Story of IPS Jagdish Bangarwa : आजकल के उम्मीदवार अपनी असफलताओं को देखकर काफी घबरा जाते हैं तो उनको IPS जगदीश बांगड़वा से कुछ सीखना चाहिए जो की एक छोटी गांव के रहने वाले हैं।
IPS जगदीश बांगड़वा को शुरु से ही कई बार असफलताओं का सामना करना पड़ा। इनको सबसे ज्यादा दुःख तब हुआ जब ये 10वीं में फेल हुए थे और फिर 12वीं में इनको 38 अंक आये थे। इनके कम मार्क्स की वजह से ये बहुत निराश हो गए लेकिन इन्होने अपना हौसला कायम रखा और हार नहीं मानी। उन्होंने अपनी पढ़ाई – लिखाई को जारी रखा। जगदीश बांगड़वा ने सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी की इसके लिए उन्होंने बहुत कठिन मेहनत की और फिर वह UPSC में सफल हो गयें। उन्होंने 2018 में सिविल सर्विस की परीक्षा में 486वीं रैंक हासिल किये। आइये इस आर्टिकल में Success Story of IPS Jagdish Bangarwa के बारे में जानते हैं।
IPS Jagdish Bangarwa : दसवीं में हुए फेल
जगदीश बांगड़वा बाड़मेर के बायतु कस्बे के रहने वाले हैं। ये कक्षा 10वीं में फेल हो गए थे तो इससे दुखी हो गये थे। जगदीश ने फिर से कक्षा 10वीं की परीक्षा दी और वे सफल हो गए। लेकिन जब वे कक्षा 12वीं की परीक्षा दिए तो मैथ में उनको 38 अंक मिले जो की बहुत कम थे। इन असफलताओं से जगदीश को बहुत बड़ा झटका लगा। फिर भी इन्होने हार नहीं मानी।
Success Story of IPS Jagdish Bangarwa
इतनी असफलताओं के बावजूद भी जगदीश ने अपनी पढ़ाई लिखाई को नहीं छोड़ा। उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से पढ़ाई की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी और 2018 में वे सफल हो गए। उनके 486वीं रैंक थी। फिर वह महज 23 साल के उम्र में ही IPS अधिकारी बन गए।