दरअसल, अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी और उनके भतीजे समेत और भी 6 लोगों पर अमेरिका के न्यूयॉर्क कि अदालत में आरोप पत्र दाखिल हो जाने के बाद से ही भारत देश के उद्योग जगत सहित राजनैतिक दलों में मानो भूचाल आ गया हो। अमेरिका देश कि सिक्योरिटीज एन्ड एक्सचेंज कमीशन ने गौतम अडानी और उनके साथियों पर तक़रीबन 25 करोड़ डॉलर कि रिश्वत देने का एक बड़ा आरोप लगाया है।
ऐसे में अगर ये आरोप जो अमेरिका द्वारा अडानी और उनके साथियों पर लगाया गया है, अगर ये सही साबित हो जाता है तो इनके ऊपर अमेरिका जैसे देश प्रतिबंध तक लगा सकता है। इसके अलावा सिविल पेनेल्टी जो लगेगी वो अलग।
वहीं, इससे पहले बीते वर्ष यानि कि 2023 में भी इस तरह कि खबर सामने आई थी कि अडानी के बुरे दिन शुरू होने वाले हैँ, पर ऐसा कुछ हुआ नहीं। ऐसे में देखना होगा कि अडानी का धन कुबेर योग क्या कहता है?
धन योगो ने बनाया अडानी को धन कुबेर
बात करें अगर अडानी के जन्म कि तो 24 जून 1962 कि सुबह 5 बजकर 15 मिनट पर अहमदाबाद गुजरात में ये जन्मे थे। इनका लग्न वृषभ है तथा चंद्र राशि कुम्भ है। अडानी कि जन्म कुंडली में भाग्य स्थान में बैठे दसमेश यानि कि कर्म स्थान के स्वामी तथा नवमेश भाग्य स्थान के स्वामी शनि का पराक्रम कि जगह इसका मतलब तीसरे घर में बैठे शुक्र से बन रहा दृष्टि का रिश्ता एक बड़ा राजयोग बन रहा है।
इतना ही नहीं दशम भाव में गुरु और चन्द्रमा का उत्तम गजकेसरी योग बन रहा है। नब्बे के दशक में शुरू हुए आर्थिक सुधारों के समय गौतम अडानी कि कुंडली में लग्न भाव में बैठे हुए बुध कि लगभग 16 वर्ष कि विनशॉटरी दशा चल रही थी। इसलिए दौर में उन्होंने बिजनेस शुरू किया जो बहुत ही ज्यादा भरा और चला।
अडानी कि राजयोग अब है काफी ज्यादा खतरे में
महादशा दरअसल दिसंबर 2014 में शुरू हुई इस दौरान उन्होंने पावर माइंस, स्टील, रेलवे पोर्ट आदि कई सारे इंफ्रास्ट्रक्चर जगहों में उन्नति कि। ऐसे में उन्नति और प्रगति होना तय है।
वर्ष 2025 और 2026 हो सकता है बहुत ज्यादा कठिन
हाल ही ने गौतम अडानी कि कंपनी बांग्लादेश, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका में ढेर सारे विवाद और लड़ाई झगड़े चल रहे हैँ। जो कि आने वाली शुक्र कि महादशा में राहु कि अंतदर्शा और मंगल कि प्रान्तयदशा में दिसंबर 2024 से लेकर मार्च 2025 तक तेजी से बढ़ेंगे। साल 2025 और 2026 में गौतम अडानी कि कम्पनिज पर देश और विदेश दोनों में ही भारी जुर्माना भुगतना पड़ सकता है। गुरु और शुक्र कि नवांश कुंडली में पाप ग्रहों से पीड़ित होना और सेहत से जुड़ी दिक्क़तें दे सकता है।