दरअसल, खाटू श्याम जी को भगवान कृष्ण जी का अवतार भी माना जाता है। वहीं, खाटू श्याम जी का मंदिर राजस्थान के सीकर जिले में है। खास बात ये है कि बाबा खाटू श्याम जी को लेकर न केवल भारत में बल्कि विदेशों तक में इनकी आस्था देखने को मिलती है। प्रत्येक वर्ष लाखों लोग खाटू श्याम जी के दर्शन करने लाखों कि तादात में यहाँ पहुंचते हैँ।

लेकिन शायद ही बहुत कम लोग इस बात को जानते होंगे कि खाटू श्याम जी के धाम में जाने के लिए कुछ खास बातों को ध्यान में रखना बहुत ही ज्यादा जरूरी होता है।

जैसे कि सदैव इस बात को याद रखें कि ज़ब भी खाटू श्याम जी के मंदिर जा रहे हों उनके दर्शन कर रहे हों तो भूल कर भी रास्ते में लड़ाई – झगड़ा कभी नहीं करना चाहिए। लड़ाई झगड़ा करने से खाटू श्याम जी क्रोधित हो जाते हैँ और उनकी कृपा प्राप्त नहीं होती है। इसलिए लड़ाई झगड़ा, क्रोध आना इस तरह के कार्यों को करने से बचें।

इस बात का भी खास ख्याल रखें कि ज़ब भी मंदिर आ रहे हों तो सदैव उचित वस्त्र धारण करके ही आए। कुछ भी इस तरह के कपड़े न पहनें जो कि अनुकूल न हो। मंदिर के अनुसार ही वस्त्र धारण करें।

खाटू श्याम जी उन लोगों के साथ बहुत ही ज्यादा प्रसन्न होते हैँ, जिनके मन में किसी के भी प्रति छल या कपट नहीं होता है। ऐसे ने छल, कपट या चोरी जैसे बुरे कार्यों के बारे में भूल कर भी नहीं सोंचना चाहिए।

खाटू श्याम जी के दर्शन करने जाएँ तो कोशिश करें कि रास्ते भर बाबा खाटू श्याम जी के जयकारों को लगाते हुए ही जाएँ। वहीं, बाबा खाटू श्याम जी में जो भी भोग लगाएं उन्हें स्वयं ग्रहण करके सभी में बाँट दें। भूल कर भी प्रसाद का अपमान न करें, न इसे उधर उधर गिराएं।

अगर आप स्वस्थ और सेहत मंद हैँ तो स्वयं के दर्शन करने से पहले बुजुर्गो, बच्चों और महिलाओं का खास प्रकार से ध्यान रखें और इन्हें अपने से पहले दर्शन करने का अवसर दें।

मान्यता है कि यदि मन से मन्नत मांगते हैँ तो खाटू श्याम जी कि विशेष कृपा प्राप्त होती है।