LIC Index Plus Policy: भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने यूनिट लिंक्ड, नियमित प्रीमियम, व्यक्तिगत जीवन कवर के साथ एक नई पॉलिसी LIC इंडेक्स प्लस लॉन्च की है। इसकी खासियत यह है कि यह प्लान पॉलिसी की पूरी अवधि के दौरान जीवन बीमा कवर प्रदान करता है। इसके साथ ही ‘इंडेक्स प्लस’ में आपको शानदार रिटर्न भी मिलता है।
देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी LIC ने स्कीम लॉन्च के दौरान बताया था कि इस पॉलिसी में 6 फरवरी से निवेश किया जा सकता है। यहां हम आपको बताएंगे कि कैसे आप इस पॉलिसी का लाभ उठाकर मोटी कमाई कर सकते हैं।
आइए जानते हैं इसके बारे में… LIC इंडेक्स प्लस एक यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIP) है, जिसे LIC ने पेश किया था। इस प्लान में पॉलिसीधारक को इंश्योरेंस कवर के साथ-साथ उनके निवेश का लाभ भी मिलता है, जो शेयर बाजार के इंडेक्स से जुड़ा होता है। इसका मुख्य आकर्षण यह है कि इसमें निवेशकों के फंड का मूल्य शेयर बाजार के इंडेक्स के प्रदर्शन पर निर्भर करता है, जिससे निवेशकों को बाजार की बढ़त का लाभ मिलता है।
इस पॉलिसी में जोखिम प्रोफाइल और निवेश उद्देश्यों के आधार पर निवेश विकल्प दिए गए हैं। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि LIC इंडेक्स प्लस में निवेश से जुड़े जोखिम बाजार के उतार-चढ़ाव से प्रभावित होते हैं। अगर बाजार में गिरावट आती है तो निवेशकों को नुकसान भी हो सकता है।
एलआईसी इंडेक्स प्लस पॉलिसी के कुछ अन्य महत्वपूर्ण बिंदु इस प्रकार हैं:
1. बीमा सुरक्षा: इस योजना के तहत आपको एक निश्चित बीमा कवर मिलता है, जो आपके परिवार को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है। अगर पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है, तो नामांकित व्यक्ति को बीमित राशि या यूनिट फंड वैल्यू, जो भी अधिक हो, दी जाती है।
2. निवेश विकल्प: पॉलिसीधारक के पास निवेश के दो विकल्प होते हैं – एक इक्विटी इंडेक्स लिंक्ड फंड, जो शेयर बाजार के प्रमुख इंडेक्स (जैसे निफ्टी या सेंसेक्स) से जुड़ा होता है, और दूसरा बॉन्ड आधारित फंड, जो सुरक्षित और स्थिर रिटर्न प्रदान करता है
3. लचीलापन: यह पॉलिसी आपको लचीलापन देती है। आप अपनी जोखिम क्षमता और निवेश उद्देश्यों के अनुसार अपने निवेश में बदलाव कर सकते हैं। साथ ही, इस पॉलिसी के तहत टॉप-अप प्रीमियम का विकल्प भी उपलब्ध है, ताकि आप अतिरिक्त निवेश कर सकें।
4. लॉक-इन अवधि: एलआईसी इंडेक्स प्लस में न्यूनतम लॉक-इन अवधि 5 वर्ष है, जिसका अर्थ है कि आप पहले 5 वर्षों तक इस पॉलिसी से आंशिक निकासी नहीं कर सकते। पांच साल के बाद, आप आंशिक निकासी का विकल्प चुन सकते हैं।
5. कर लाभ: यह पॉलिसी आपको आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत कर छूट का हकदार बनाती है, और पॉलिसी परिपक्वता या मृत्यु पर प्राप्त राशि धारा 10(10डी) के तहत कर-मुक्त होती है।
6. प्रीमियम भुगतान विकल्प: आप प्रीमियम का भुगतान एकमुश्त (एकल प्रीमियम) या नियमित रूप से (वार्षिक, अर्धवार्षिक, त्रैमासिक, मासिक) कर सकते हैं।
यह पॉलिसी उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो बीमा कवर के साथ-साथ शेयर बाजार में निवेश करके लाभ कमाना चाहते हैं, लेकिन इसके साथ कुछ जोखिम भी जुड़े हैं, जो बाजार के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करते हैं।