नई दिल्लीः लोग नौकरी या बिजनेस करते समय अपने रिटायरमेंट प्लानिंग कर लेते है। देश में ऐसी कई स्कीम संचालित हो रही है, जिसमें पैसे को लगाकर मोटा रिटर्न मिलता है, बल्कि आगे चलकर बुढ़ापे में बड़ी रकम मिल जाती है। लोगों के कमाई के हिसाब से निवेश स्कीम अलग-अलग होती हैं। जिससे आप के लिए जानना जरुरी हो जाता है कि SIP, NPS और EPF में उंचा ब्याज दर मिलता है। जिससे कमाई से खाता भर जाए।
बता दें कि एसआईपी एक शेयर बाजार से संबधित योजना है, जो वही एनपीएस में हर कोई निवेश कर सकता है। जिससे नौकरी करने वाले लिए सरकारी रिटायरमेंट योजना एम्प्लॉई प्रोविडेंट फंड एक लॉन्ग-टर्म रिटायरमेंट स्कीम है। EPF में कर्मचारी और कंपनी नियमित योगदान करती है।
SIP में निवेश कर पाए फुल आजादी
एसआईपी के जरिए हर महीने तय राशि म्युचुअल फंड में निवेश किया जाता है। जो शेयर मार्केट लिंक्ड होता है। यहां पर निवेश की गई राशि में को लंबी अवधि में कंपाउंडिंग का फायदा देता है। अगर आप निवेश में थोड़ा बहुत जोखिम ले सकते हैं, SIP से इक्विटी, डेट या हाइब्रिड फंड्स में निवेश कर सकते हैं। जोकि पूरी तरह फ्लेक्सिबल है, जिससे आप कभी भी शुरू, बंद या राशि बदल सकते हैं। अगर आप नौकरी करते हुए या बिजनेस करते हैं, जिससे रिटायरमेंट तक रकम बनाना चाहते है, तो आप के निवेश के लिए एसआईपी अच्छा ऑप्सन है।
EPF है सुरक्षित निवेश विकल्प
सरकार की एम्प्लॉई प्रोविडेंट फंड एक लॉन्ग-टर्म रिटायरमेंट स्कीम है, जिसमें सरकारी कर्मचारी और नियोक्ता दोनों ही 12% योगदान करते हैं। यह योजना सैलरी परसन कर्मचारियों के लिए है। सरकार इस समय 8.25% के दर से ब्याज दे रही है। खास बात तो यह हैं कि यहां पर निवेश, ब्याज और निकासी तीनों टैक्स फ्री होती हैं। एसआईपी के मुकाबले यहां पर जोखिम कम औऱ सुरक्षित निवेश विकल्प मिलता है।
NPS टैक्स लाभ के साथ सुरक्षित निवेश
नेशनल पेंशन स्कीम एक सरकारी रिटायरमेंट स्कीम है, जिसमें सभी भारतीय नागरिकों निवेश कर सकते हैं। यहां पर ₹1.5 लाख (80C) व ₹50,000 (80CCD 1B) की टैक्स छूट मिलती है। योजना में निवेश की गई राशि 60 साल की उम्र तक लॉक-इन पीरियड में रहती है। अगर आप का गोल बुढ़ापे पर पेंशन पाने का हैं, तो यह आप के लिए खास स्कीम है। जिसमें पैसा सुरक्षित तो रहता ही है बल्कि सरकार ब्याज देती है।
आपके लिए कौन सी स्कीम है बेहतर!
अगर आप जानना चाहते हैं, SIP vs NPS vs EPF में कौन खास है, बता दें कि कोई निवेश में जोखिम लेने के लिए तैयार है, तो आप के लिए SIP में निवेश करना सही रहेगा। खासकर नौकरीपेशा के लिए EPF सरकार के ओर से संचालित योजना है, जिस कम जोखिम और टैक्स फायदे मिलता है। अगर आप के पास में नौकरी नहीं है, जिससे शेयर बाजार में जोखिम नहीं लेना चाहते हैं, तो। NPS में टैक्स बचत और रिटायरमेंट के बाद पेंशन दोनों का फायदा देती है।