नई दिल्लीः लोग इस समय नौकरी या बिजनेस में कढ़ी मेहनत करते हैं, तो महीने में कमाई हाथ में आ जाती है। आप के लिए जरुर हो जाता है। कमाई का कुछ हिस्सा निकाल कर निवेश करें, जिससे फ्यूचर सिक्योर हो सकें। अगर आप सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न पाना चाहते हैं। तो फिक्स्ड डिपॉजिट से अच्छा जरिया नहीं हो सकता है। देश में लोग सबसे ज्यादा बैंक एफडी में ही निवेश करते हैं। आप को एसबीआई की स्पेशल एफडी स्कीम जानकारी दे रहे है। बैंक 444 दिनों में मोटा रिटर्न देने का वादा कर रही है।
देश में एसबीआई सबसे बड़ी बैंक है, यहां पर ग्राहकों के लिए कई तरह की स्पेशल एफडी स्कीम संचालित हो रही है। इसमें से एक स्कीम 444 दिनों की है। जिसमें सामान्य एफडी से ज्यादा इंटरेस्ट मिल रहा है। तो आप को इन खास एफडी की जानकारी बता रहे है।
Amrit Vrishti FD स्कीम
एसबीआई की 444 दिन की लिमिटेड स्कीम है। जिसमें समान्य लोगों को 6.60% के दर से कमाई होगी। तो वही वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज दर 7.10% तक है।
एसबीआई ग्रीन रूपी टर्म डिपासिट
बैंक ने ग्रीन रूपी डिपॉजिट योजना शुरु की है। इसके तहत जुटाई गई राशि का उपयोग केवल पात्र हरित गतिविधियों/परियोजनाओं में लगाया जाता है। एसबीआई ग्रीन रूपी टर्म डिपासिट में कम से कम निवेश ₹1.01 करोड़ है। लगाया गया पैसा 1111, 1777 और 2222 दिन के लिए निवेश हो जाता है। बैंक 5.95% – 6.45% की ब्याज दर दे रहा है, तो वही वरिष्ठ नागरिकों के लिए 6.70% से कमाई होगी।
Patrons Deposit योजना
यह योजना सुपर सीनियर सिटीजन्स के लिए खासतौर पर बनाई गई है। जिसमें 80 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोग निवेश कर सकते हैं। यहां पर मिलने वाली ब्याज दर 7.15% तक है। हालांकि हैंक आफ को 0.25% अतिरिक्त लाभ देती है। योजना में कम से कम 1000 रुपए लगाए जा सकते हैं।
एसबीआई एफडी में मिलते हैं ये जबरदस्त फायदें
वरिष्ठ नागरिक के लाभ- अगर यहां पर कोई एफडी कराता है खासतौर पर वरिष्ठ नागरिकों को यह लाभ मिलते हैं। हर FD स्कीम में 0.50% तक ज्यादा ब्याज से कमाई होती है। यह लाभ We Care स्कीम के तहत मिलता है।
पैसे निकालने की सुविधा- एफडी में कुछ शर्तों के साथ समय से पहले पैसा निकाल सकते हैं। हालांकि कुछ मामलों में 0.50%–1% तक की पेनाल्टी लग सकती है।
ओवरड्राफ्ट और लोन की सुविधा- अगर किसी ने एफडी कराई हैं, तो निवेश रकम के अनुसार FD के बदले लोन या ओवरड्राफ्ट ले सकते हैं। जिससे इमरजेंसी में पैसा मिल जाता है। बता दें कि अन्य लोन के मुकाबले में ब्याज दरें बहुत कम होती हैं।