नई दिल्ली: भारतीय टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के लिए पिछले कुछ समय से चोटिल रहना एक बड़ी चुनौती बन गया है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान सिडनी टेस्ट में उनकी पीठ में लगी चोट के कारण उन्हें आगामी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के ग्रुप स्टेज से बाहर होने की संभावना जताई जा रही है। हालाँकि, शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार उन्हें फ्रैक्चर नहीं है, लेकिन पीठ में सूजन जरूर है, जो उनके गेम में बाधा डाल सकती है।
बुमराह को फिलहाल राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) में रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है, जहाँ उनकी रिकवरी पर नजर रखी जाएगी। BCCI सूत्रों के अनुसार, उम्मीद की जा रही है कि बुमराह मार्च के पहले हफ्ते तक पूरी तरह से फिट हो जाएंगे। अगर वह समय पर फिट होते हैं, तो नॉकआउट मैचों में उनकी वापसी संभव है।
टीम इंडिया 20 फरवरी को बांग्लादेश के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगी। इसके बाद 23 फरवरी को सबसे बड़े राइवल पाकिस्तान के खिलाफ हाईवोल्टेज मुकाबला खेला जाएगा। टीम का ग्रुप स्टेज का आखिरी मैच 2 मार्च को न्यूजीलैंड के खिलाफ होगा। नॉकआउट मुकाबले 4 और 5 मार्च को खेले जाएंगे, जबकि खिताबी फाइनल 9 मार्च को आयोजित होगा।
BCCI और सलेक्टर्स इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि बुमराह को 15 सदस्यीय मुख्य टीम में शामिल किया जाए या रिजर्व खिलाड़ियों में रखा जाए। भारतीय क्रिकेट बोर्ड 12 फरवरी तक आईसीसी को प्रोविजनल स्क्वाड सौंपेगा, जिसके बाद जरूरत पड़ने पर बदलाव किया जा सकता है।
बुमराह को तीन सप्ताह तक NCA में अपनी रिकवरी प्रोसेस से गुजरना होगा। इसके बाद उन्हें प्रेक्टिस मैचों में अपनी मैच फिटनेस साबित करनी होगी। NCA के सूत्रों का कहना है कि शुरुआती फिटनेस रिपोर्ट्स से पता चलता है कि बुमराह के पास पूरी तरह से वापसी करने का समय है, लेकिन उन्हें जल्दबाजी से बचते हुए खुद को तैयार करना होगा।
चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम का कार्यक्रम
20 फरवरी: भारत बनाम बांग्लादेश
23 फरवरी: भारत बनाम पाकिस्तान
2 मार्च: भारत बनाम न्यूजीलैंड
4 और 5 मार्च: सेमीफाइनल
9 मार्च: फाइनल
बुमराह की गैरमौजूदगी में मोहम्मद शमी, अर्शदीप सिंह और हर्षल पटेल जैसे गेंदबाजों पर जिम्मेदारी बढ़ेगी। हालाँकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि टीम मैनेजमेंट किस तरह से गेंदबाजी में तालमेल बैठाता है।