नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम की बुरी स्थिति को लेकर एक और बुरी खबर आई है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में टीम इंडिया के बल्लेबाज और गेंदबाज दोनों ही असफल रहे। हालांकि जसप्रीत बुमराह ने अपनी गेंदबाजी से कुछ उम्मीदें जगाई, बाकी गेंदबाजों और बल्लेबाजों ने निराश किया। इस दौरे में भारत को 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-1 से करारी हार का सामना करना पड़ा। टीम इंडिया को यह हार न सिर्फ मानसिक रूप से तोड़ने वाली थी, बल्कि एक दशक बाद ऑस्ट्रेलिया ने BGT ट्रॉफी पर कब्जा भी कर लिया। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने लगातार दूसरी बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में अपनी जगह बनाई।
रवींद्र जडेजा का इंस्टाग्राम पोस्ट और रिटायरमेंट की अटकलें
इस हार के बीच एक और दिलचस्प मामला सामने आया, और वह था रवींद्र जडेजा का इंस्टाग्राम पोस्ट। जडेजा ने अपनी टेस्ट जर्सी की एक तस्वीर पोस्ट की, जिसके बाद सोशल मीडिया पर उनके रिटायरमेंट को लेकर अटकलें तेज हो गईं। जडेजा ने तस्वीर के साथ कोई भी कैप्शन नहीं दिया, जिससे उनके संन्यास की चर्चाएँ बढ़ गईं। फैंस ने इस जर्सी की तस्वीर को उनके क्रिकेट करियर के अंत के रूप में देखा, और सोशल मीडिया पर इसकी चर्चा होने लगी।
रवींद्र जडेजा का खराब प्रदर्शन और आलोचनाएं
रवींद्र जडेजा का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रदर्शन इस सीरीज में खास नहीं रहा। उनका बल्ला और गेंद दोनों ही टीम इंडिया के लिए बेअसर रहे। जडेजा ने इस टेस्ट सीरीज में केवल 135 रन बनाए और महज 4 विकेट लिए। ऐसा प्रदर्शन उनकी काबिलियत के मुकाबले बहुत ही कम था, और यह भारतीय फैंस के लिए एक बड़ी निराशा थी। इन खराब आंकड़ों ने जडेजा की भूमिका पर सवाल उठाए। बेशक वह एक शानदार ऑलराउंडर रहे हैं, लेकिन इस सीरीज में उनका योगदान न के बराबर था।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाद अब भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ T20I और वनडे सीरीज खेलनी है। इस सीरीज के दौरान रवींद्र जडेजा के लिए एक और मौका होगा अपनी भूमिका को साबित करने का। लेकिन सवाल यह है कि क्या जडेजा को वनडे टीम में मौका मिलेगा या नहीं? अगर वह वनडे टीम में चुने जाते हैं, तो क्या वह अपने प्रदर्शन को सुधार सकते हैं?
जडेजा ने पिछले साल T20I वर्ल्ड कप में भारत की जीत के बाद T20I क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। क्या 2025 में वह वनडे क्रिकेट से भी विदाई ले सकते हैं? यह सवाल क्रिकेट फैंस के दिमाग में घूम रहा है। अगर जडेजा अपने प्रदर्शन में सुधार नहीं कर पाते हैं, तो शायद यह समय उनका भी हो सकता है कि वह क्रिकेट से रिटायरमेंट का फैसला लें।