नई दिल्ली: बांग्लादेश के क्रिकेट फैंस के लिए एक बुरी खबर आई है। स्टार सलामी बल्लेबाज तमीम इकबाल ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। तमीम ने यह फैसला चैंपियंस ट्रॉफी से पहले लिया है, जब बांग्लादेश की सलेक्शन कमिटी ने उनसे टीम में वापसी करने का अनुरोध किया था। हालांकि, तमीम ने अपने फैसले को बदलने से इनकार कर दिया, जिससे बांग्लादेश क्रिकेट टीम को एक बड़ा झटका लगा है।
तमीम इकबाल, जो कि बांग्लादेश क्रिकेट के सबसे अहम और अनुभवी खिलाड़ियों में से एक रहे हैं, ने अपनी संन्यास की घोषणा सिलहट में बांग्लादेश के सलेक्टर्स को दी। गाजी अशरफ हुसैन की अगुआई वाली चयन समिति ने उन्हें आगामी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम में वापसी करने के लिए कहा था। लेकिन तमीम ने अपने निर्णय पर अडिग रहते हुए संन्यास को ही अपनी अंतिम राह माना।
इससे पहले 2023 में तमीम ने वर्ल्ड कप से ठीक पहले अचानक संन्यास का ऐलान किया था, जिससे पूरी क्रिकेट बिरादरी हैरान रह गई थी। हालांकि, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के हस्तक्षेप के बाद उन्होंने अपना फैसला बदल लिया था। लेकिन इस बार तमीम ने अपने फैसले पर अडिग रहते हुए क्रिकेट से अलविदा लेने का संकल्प किया है।
तमीम इकबाल ने फेसबुक पर पोस्ट करते हुए लिखा, “मैं लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर हूं। अब यह दूरी हमेशा के लिए बनी रहेगी। मैंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के अपने अध्याय को समाप्त करने का निर्णय लिया है।” उन्होंने आगे कहा, “जब चैंपियंस ट्रॉफी जैसा बड़ा टूर्नामेंट होने वाला है, तो मैं टीम का ध्यान भटकाना नहीं चाहता।”
तमीम ने यह भी बताया कि कप्तान नजमुल हुसैन शंतो और चयन समिति ने उनसे टीम में वापसी करने की अपील की, लेकिन उन्होंने अपने दिल की बात मानी और क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया।
तमीम का बांग्लादेश के लिए योगदान
तमीम इकबाल ने बांग्लादेश क्रिकेट के इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने 387 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और 15192 रन बनाए हैं, जिसमें 243 वनडे मैचों में 8357 रन शामिल हैं। तमीम वनडे क्रिकेट में बांग्लादेश के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। उनके नाम 25 अंतरराष्ट्रीय शतक भी हैं, जो बांग्लादेश के क्रिकेट इतिहास में एक महत्वपूर्ण रिकॉर्ड है।
तमीम इकबाल का संन्यास बांग्लादेश क्रिकेट के लिए एक बड़ा धक्का हो सकता है, क्योंकि वह एक अनुभवी और प्रमुख बल्लेबाज रहे हैं। चैंपियंस ट्रॉफी जैसी महत्वपूर्ण टूर्नामेंट से पहले उनका संन्यास टीम की योजनाओं को प्रभावित कर सकता है। हालांकि, तमीम ने टीम के हित में अपना फैसला लिया है, क्योंकि उन्होंने यह महसूस किया कि उनकी मौजूदगी से टीम का ध्यान भटक सकता था।