नई दिल्ली: ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर पाकिस्तान और दुनिया भर के क्रिकेट फैंस के बीच जबरदस्त उत्साह है। यह टूर्नामेंट 30 साल बाद पाकिस्तान की ज़मीन पर हो रहा है, जिससे वहां के फैंस की उम्मीदें आसमान छू रही हैं। हालांकि, तैयारियों में हो रही देरी और अधूरे स्टेडियमों ने इस आयोजन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अगर समय रहते सभी निर्माण कार्य पूरे नहीं हुए, तो यह टूर्नामेंट पाकिस्तान की जगह यूएई में आयोजित हो सकता है।

43 दिन बचे, लेकिन स्टेडियम अधूरे

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के आगाज में महज 43 दिन शेष हैं, लेकिन जिन तीन स्टेडियमों में मैच खेले जाने हैं—कराची का नेशनल स्टेडियम, लाहौर का गद्दाफी स्टेडियम और रावलपिंडी का क्रिकेट स्टेडियम—इनको बनाने का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है। ये कार्य अगस्त 2024 में शुरू हुए थे और 31 दिसंबर तक समाप्त होने थे, लेकिन वर्तमान स्थिति देखकर ऐसा लगता है कि डेडलाइन को पूरा करना एक चुनौती बन गया है।

25 जनवरी है अंतिम डेडलाइन

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को आईसीसी ने 25 जनवरी 2025 तक स्टेडियम निर्माण कार्य पूरा करने की डेडलाइन दी है। अगर PCB इस समय सीमा तक कार्य पूरा नहीं कर पाया, तो टूर्नामेंट को यूएई शिफ्ट किया जा सकता है। हालांकि, पीसीबी अभी भी अपनी तैयारियों को लेकर आश्वस्त दिख रहा है।

ठंड और धुंध ने बढ़ाई मुश्किलें

पाकिस्तान में इन दिनों कड़ाके की ठंड और घने कोहरे ने निर्माण कार्य को और मुश्किल बना दिया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों और वीडियो में देखा जा सकता है कि स्टेडियम के बाहर घना कोहरा फैला हुआ है, जिससे कारीगर और माल मटेरियल का परिवहन प्रभावित हो रहा है।

भारत के मैच कहां होंगे?

भारत और पाकिस्तान के राजनीतिक संबंधों को देखते हुए, भारतीय टीम के मुकाबले न्यूट्रल वेन्यू पर खेले जाएंगे। यूएई को भारतीय टीम के मैचों के लिए संभावित माना जा रहा है।

क्या टूर्नामेंट पाकिस्तान से बाहर हो सकता है?

अगर PCB तय समय सीमा तक स्टेडियम निर्माण कार्य पूरा नहीं कर पाता है, तो ICC टूर्नामेंट को यूएई में स्थानांतरित कर सकता है। यह न केवल पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका होगा, बल्कि फैंस की उम्मीदों पर भी पानी फिर जाएगा।

पाकिस्तान क्रिकेट और फैंस की उम्मीदें

यह टूर्नामेंट पाकिस्तान के लिए न केवल एक खेल आयोजन है, बल्कि अपनी क्षमता और विश्वसनीयता साबित करने का भी एक अवसर है। 1996 के वर्ल्ड कप के बाद पहली बार पाकिस्तान को इतने बड़े आयोजन की मेज़बानी का मौका मिला है। फैंस की उम्मीदें इस टूर्नामेंट से जुड़ी हुई हैं, और PCB पर इन उम्मीदों को पूरा करने का भारी दबाव है।