नई दिल्ली: सिडनी टेस्ट की दूसरी पारी में भारतीय सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने वीरेंद्र सहवाग का 20 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ते हुए एक नया इतिहास रच दिया। भले ही यशस्वी बड़ी पारी नहीं खेल सके, लेकिन उन्होंने मिचेल स्टार्क के खिलाफ पारी के पहले ओवर में चार चौके लगाकर कुल 16 रन बटोरे। इस शानदार प्रदर्शन ने उन्हें भारत के ऐसे बल्लेबाजों की लिस्ट में शामिल कर दिया जिन्होंने पारी के पहले ही ओवर में सर्वाधिक रन बनाए। सहवाग ने 2005 में कोलकाता टेस्ट में पहले ओवर में 13 रन बनाए थे, जिसे अब यशस्वी ने पीछे छोड़ दिया।

ऑस्ट्रेलिया दौरे पर यशस्वी का शानदार प्रदर्शन

यशस्वी जायसवाल के लिए यह ऑस्ट्रेलिया दौरा किसी सपने से कम नहीं रहा। सीरीज में खेले गए पांच टेस्ट मैचों में उन्होंने कुल 391 रन बनाए। पर्थ टेस्ट में 161 रन की पारी हो, या मेलबर्न टेस्ट की दोनों पारियों में लगाए गए अर्धशतक, यशस्वी ने अपनी बल्लेबाजी से सभी का दिल जीत लिया। हालांकि, सिडनी टेस्ट में वे दोनों पारियों में स्कॉट बोलैंड का शिकार बने।

रोमांचक हो गया आखिरी टेस्ट

बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का पांचवां और आखिरी टेस्ट बेहद रोमांचक मोड़ पर है। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारतीय टीम ने दूसरी पारी में 6 विकेट पर 141 रन बना लिए हैं। क्रीज पर रविंद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर मौजूद हैं। भारतीय गेंदबाजों ने पहली पारी में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को 181 रन पर समेट दिया। मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा ने तीन-तीन विकेट चटकाए, जबकि जसप्रीत बुमराह और नीतीश रेड्डी ने दो-दो विकेट हासिल किए।

यशस्वी जायसवाल की पहली पारी की कहानी

सिडनी टेस्ट की पहली पारी में यशस्वी ज्यादा रन नहीं बना सके, लेकिन उन्होंने पिच की कठिन परिस्थितियों में टीम को एक मजबूत शुरुआत देने की कोशिश की। यशस्वी ने मिचेल स्टार्क और स्कॉट बोलैंड जैसे विश्व स्तरीय गेंदबाजों का डटकर सामना किया। हालांकि, पहली पारी में वे सिर्फ 18 रन बनाकर आउट हो गए।