नई दिल्ली: IND vs AUS सिडनी टेस्ट इस वक्त अपने चरम पर है। भारतीय टीम ने दूसरी पारी में 6 विकेट खोकर 141 रन बनाए हैं, और कुल बढ़त 145 रन की हो चुकी है। ऋषभ पंत ने अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी से दूसरे दिन का आकर्षण बना। 33 गेंदों पर 61 रनों की पारी खेलते हुए पंत ने टेस्ट मैच को टी20 में बदल दिया। भारतीय टीम अब सीरीज को 2-2 से बराबर करने के लिए जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर की ओर देख रही है।
सिडनी में टीम इंडिया को चाहिए जादुई आंकड़ा
भारतीय टीम को सिडनी में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए 200 रन का जादुई आंकड़ा पार करना होगा। पिछले 25 सालों में इस मैदान पर चौथी पारी में 200 से अधिक रनों का लक्ष्य सिर्फ एक बार हासिल हुआ है। यह उपलब्धि 2006 में कंगारू टीम ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पाई थी।
जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर के कंधों पर अब बड़ी जिम्मेदारी है। तीसरे दिन भारतीय टीम की पहली प्राथमिकता होगी इस स्कोर को पार करना और ऑस्ट्रेलिया के लिए एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य खड़ा करना।
ऋषभ पंत की धांसू पारी
दूसरी पारी में जब भारतीय टीम संकट में थी, पंत ने आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए मैच की दिशा बदल दी। पंत ने 33 गेंदों पर 61 रन बनाए और इस दौरान 6 चौके और 4 छक्के जड़े। उनके धमाकेदार स्ट्राइक रेट (184) ने टीम इंडिया को संभाला। उन्होंने स्टार्क को लगातार दो गेंदों पर छक्के जड़कर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी आक्रमण को बैकफुट पर धकेल दिया।
गेंदबाजों ने रखा भारत को मुकाबले में जिंदा
भारतीय गेंदबाजों ने पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ 181 रन पर रोककर शानदार प्रदर्शन किया। मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा ने तीन-तीन विकेट लिए, जबकि जसप्रीत बुमराह ने दो विकेट चटकाए। भारतीय गेंदबाजी आक्रमण ने ऑस्ट्रेलिया को एक बड़ा स्कोर बनाने से रोककर भारत को मैच में बनाए रखा।
भारतीय बल्लेबाजी की चुनौती
हालांकि भारतीय बल्लेबाजी में निरंतरता की कमी साफ दिखी। पहली पारी में 185 रन पर सिमटने के बाद दूसरी पारी में भी टॉप ऑर्डर लड़खड़ा गया। टीम इंडिया को अब जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर पर भरोसा है कि वे निचले क्रम से रन जुटाकर टीम को सुरक्षित स्थिति में ले जाएंगे।
सीरीज बचाने का दबाव
सीरीज के इस आखिरी मुकाबले में भारतीय टीम पर भारी दबाव है। 2-2 की बराबरी के लिए टीम को सिडनी टेस्ट में इतिहास रचना होगा। अगर जडेजा और सुंदर टीम को 200 के पार ले जाते हैं, तो भारतीय गेंदबाजों को अपनी गेंदबाजी से यह लक्ष्य बचाने का पूरा मौका मिलेगा।
क्या सिडनी में इतिहास दोहराएगा भारत?
सिडनी का यह मुकाबला भारतीय क्रिकेट के लिए निर्णायक साबित हो सकता है। ऋषभ पंत की आक्रामक पारी, गेंदबाजों की सटीकता, और जडेजा-सुंदर की जिम्मेदारी भरी बल्लेबाजी ही तय करेगी कि भारतीय टीम सीरीज को कैसे खत्म करती है।