नई दिल्ली: साउथ अफ्रीका के टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक नया नाम जुड़ा है—क्वेना मफाका। 18 साल और 270 दिन की उम्र में इस युवा तेज गेंदबाज ने पाकिस्तान के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में डेब्यू करते हुए एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। मफाका अब साउथ अफ्रीका की ओर से सबसे कम उम्र में टेस्ट खेलने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने 1995 में पॉल एडम्स द्वारा बनाए गए 18 साल और 340 दिन के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
क्वेना मफाका की कहानी मेहनत और लगन की मिसाल है। यह युवा गेंदबाज वनडे और टी20 इंटरनेशनल में पहले ही अपनी छाप छोड़ चुका है। पिछले साल अगस्त में उन्होंने टी20 में डेब्यू किया, जबकि वनडे डेब्यू पाकिस्तान के खिलाफ केपटाउन में हुआ।
मफाका के वनडे और टी20 प्रदर्शन:
वनडे मैच: 2
विकेट: 5
टी20 इंटरनेशनल मैच: 5
विकेट: 3
उनके वनडे डेब्यू में लिए गए चार विकेट, जिसमें मोहम्मद रिज़वान और हारिस राउफ जैसे नाम शामिल थे, ने सभी का दिल जीत लिया था।
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में मफाका का प्रदर्शन
क्वेना मफाका ने अब तक तीन फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं, जिनमें उन्होंने 13 विकेट लिए हैं। उनकी गति, सटीकता और विकेट लेने की क्षमता ने उन्हें राष्ट्रीय टीम में जगह दिलाई।
साउथ अफ्रीका ने पहली बार आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में जगह बनाई है। इसके पीछे टीम के अनुभवी खिलाड़ियों के साथ-साथ युवा खिलाड़ियों का भी बड़ा योगदान है। पॉल एडम्स, जो 1995 में साउथ अफ्रीका के सबसे युवा टेस्ट खिलाड़ी बने थे, ने अपने करियर में शानदार गेंदबाजी की। लेकिन अब क्वेना मफाका ने यह मुकाम हासिल कर साउथ अफ्रीका के भविष्य की उम्मीदों को नई दिशा दी है।