नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पांचवां और आखिरी टेस्ट मैच सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर शुरू हो चुका है। इस महत्वपूर्ण मुकाबले में सबसे बड़ा बदलाव कप्तान रोहित शर्मा का प्लेइंग इलेवन में न होना है। उनकी जगह शुभमन गिल को शामिल किया गया है, जबकि जसप्रीत बुमराह ने कप्तानी की जिम्मेदारी संभाली है। रोहित का यह निर्णय टीम की हालिया प्रदर्शन और उनके व्यक्तिगत फॉर्म के मद्देनज़र लिया गया, जिसमें वह बल्ले से योगदान देने में नाकाम रहे।

रोहित शर्मा ने लिया बड़ा फैसला

इस दौरे पर रोहित शर्मा का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। वह लगातार रन बनाने में नाकाम रहे, जिससे न केवल उनकी बल्लेबाजी बल्कि टीम की स्थिति पर भी असर पड़ा। रोहित ने इस मैच से खुद को बाहर रखने का निर्णय लिया। विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात को साफ किया कि यह रोहित का व्यक्तिगत फैसला था और उन्होंने यह कदम टीम की भलाई के लिए उठाया।

ऋषभ पंत का बयान: “हम उन्हें लीडर के तौर पर देखते हैं”

पहले दिन के खेल के बाद ऋषभ पंत ने बताया कि रोहित का यह फैसला लेना आसान नहीं था। वह टीम के कप्तान और एक लीडर के रूप में सभी के लिए प्रेरणा रहे हैं। पंत ने यह भी साफ किया कि ड्रेसिंग रूम में रोहित के प्रति रेस्पेक्ट और सपोर्ट बरकरार है। उन्होंने कहा, “कुछ फैसले मैनेजमेंट के लेवल पर लिए जाते हैं, और यह भी ऐसा ही एक निर्णय था।”

सिडनी टेस्ट के बाद भारतीय टीम जून-अगस्त में इंग्लैंड दौरे पर जाएगी। वहां के हालात और भविष्य की योजनाओं को देखते हुए रोहित शर्मा का टेस्ट टीम में वापसी करना मुश्किल दिख रहा है। इस सीरीज में उनकी फॉर्म बेहद खराब रही है। उन्होंने 3 मैचों की 5 पारियों में केवल 31 रन बनाए, जो किसी भी एंगल से कप्तान के लिए चिंता का विषय है।

शुभमन गिल की वापसी और जसप्रीत बुमराह की कप्तानी

रोहित की जगह शुभमन गिल की वापसी हुई है, जो युवा और जोश से भरे हुए हैं। वहीं जसप्रीत बुमराह ने कप्तानी संभालते हुए नई एनर्जी के साथ टीम को मैदान पर उतारा है। सिडनी टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने भारतीय बल्लेबाजों को संघर्ष करना पड़ा, और पहली पारी में टीम सिर्फ 185 रनों पर सिमट गई।