नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही 5 मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने आखिरी पड़ाव पर है। पहले टेस्ट में धमाकेदार जीत के बाद भारतीय टीम ने सीरीज में लीड बनाई, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने जोरदार वापसी करते हुए चौथे टेस्ट के बाद 2-1 की बढ़त हासिल कर ली। अब सिडनी में खेले जाने वाला अंतिम टेस्ट मैच न सिर्फ सीरीज का नतीजा तय करेगा, बल्कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में पहुंचने की भारत की उम्मीदें भी इसी पर टिकी हैं।

बारिश फेर सकती है भारत की उम्मीदों पर पानी

सिडनी टेस्ट की शुरुआत 3 जनवरी से होगी। भारतीय टीम के सामने हर हाल में यह मैच जीतने की चुनौती है। हालांकि, मैच के दौरान बारिश की संभावना ने भारतीय खेमे की चिंता बढ़ा दी है। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, चौथे और पांचवें दिन बारिश खेल को प्रभावित कर सकती है। 7 जनवरी को बारिश की 80 प्रतिशत संभावना है, जो मैच के ड्रॉ होने का बड़ा खतरा पैदा कर रही है।

भारतीय टीम के लिए समीकरण

सिडनी टेस्ट में जीत भारतीय टीम के लिए अनिवार्य है। अगर यह मैच ड्रॉ होता है, तो भारतीय टीम का वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचना मुश्किल हो जाएगा। ऐसे में टीम इंडिया को न सिर्फ सिडनी टेस्ट जीतने की जरूरत है, बल्कि यह भी उम्मीद करनी होगी कि ऑस्ट्रेलिया श्रीलंका के खिलाफ अपनी आगामी टेस्ट सीरीज में कोई जीत दर्ज न करे।

भारतीय बैटिंग ऑर्डर में सुधार की जरूरत है। पिछली पारियों में टॉप ऑर्डर का खराब प्रदर्शन भारतीय टीम के लिए चिंता का कारण बना है। रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ियों से सिडनी में बड़ी पारियों की उम्मीद है। यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल को भी अपनी टेक्निक और संयम से टीम को मजबूत शुरुआत दिलानी होगी।

ऑस्ट्रेलिया ने सिडनी टेस्ट के लिए मजबूत टीम का ऐलान किया है। कप्तान पैट कमिंस के नेतृत्व में मिचेल स्टार्क, नाथन लियोन और स्टीव स्मिथ जैसे खिलाड़ी भारत के लिए बड़ी चुनौती पेश कर सकते हैं। मार्नस लाबुशेन और उस्मान ख्वाजा की जोड़ी से निपटना भी भारतीय गेंदबाजों के लिए अहम होगा।