नई दिल्लीः शायद ही कोई ऐसा इंसान होगा, जो इन दिनों जिम्मेदारियों से ना भरा हो. अधिकतर लोगों पर आर्थिक जिम्मेदारी ही रहती है, जिससे निपटने के लिए दिन रात मेहनत करते हैं. अगर आप भी जिम्मेदारियों से भरे हुए हैं तो आपके पास बीमा (insurance) जरूर होना जरूरी है. इसके लिए कौन सा जीवन बीमा लेना चाहिए, या नहीं लेना चाहिए, यह सब जान सकते हैं. कई बार लोग बीमा पॉलिसी (Insurance Policy) लेते समय भ्रम में पड़ जाते हैं.
आज हम आपको कुछ इंश्योरेंस पॉलिसी (Insurance Policy) के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जो सबसे सस्ती है. आपको मात्र 45 पैसे में यह बीमा पॉलिसी (Insurance Policy) मिल जाएगी, जिससे किसी तरह की परेशानी नहीं होगी. बीमा कवर 10 लाख रुपये तक का मिलता है. बीमा पॉलिसी (Insurance Policy) की डिटेल आप नीचे आराम से जान सकते हैं जिससे किसी तरह की परेशानी नहीं होने वाली है.
जानिए कौन सा बीमा?
आपके हिसाब से जिस पॉलिसी की हम बात कर रहे हैं उसका नाम आईआरसीटीसी की ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी (Irctc Travel Insurence Policy) है. क्या आपको पता है कि जब आप ट्रेन के टिकट बुक (train ticket book) करते हैं तो एक साथ ट्रेवल इंश्योरेंस पॉलिसी (travel insurance policy) का भी फायदा मिलता है. इसके साथ ही अगर ट्रेन यात्रा के दौरान कोई दुर्घटना हो जाए या फिर बुरी तरह से घायल हो मृत्यु होन होने की स्थिति में यह पॉलिसी कारगर साबित होगी.
लोगों को इस पॉलिसी से जुड़ने के लिए कुल 45 पैसे में मिल जाएगी. कुछ दिन पहले इसके लिए मात्र 35 पैसे ही खर्च करने पड़ते थे. यह पॉलिसी कुछ ही समय के लिए मान्य रहती है. जब तक आप ट्रेन से यात्रा कर रहे हैं तब तक ही पॉलिसी वैलिड रहती है. गंतव्य स्थान पर पहुंचने के सात ही यह पॉलिसी पूरी तरह से निष्क्रिय हो जाती है.
जानिए किस हिसाब से मिलता है बीमा कवर?
आईआरसीटीसी (irctc) की तरफ से दी जा रही बीमा पॉलिसी (insurance policy) के तहत तीन प्रकार के कवर प्रोवाइ कराए जाते हैं. रेलगाड़ी से यात्रा करते समय आपकी मौत हो जाती है तो इस पॉलिसी के अंतर्गत 10 लाख रुपये का बीमा कवरेज मिलता है.
ट्रेन दुर्घटना में शरीर का कोई अंग खराब या दिव्यांग हो जाते हैं तो ऐसी स्थिति में 10 लाख रुपये की बीमा पॉलिसी मिलती है. आपकी दिव्यांगता अस्थाई है तो 7.50 लाख रुपये का बीमा कवरेज दिया जाता है. मामूली चोट पर इलाज करने के लिए दो लाख रुपये का बीमा कवरेज दिया जाता है.