नई दिल्लीः ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर भारतीय क्रिकेट टीम की हार का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (Border gavaskar trophy) के खेले गए चार मैचों में एक ही जीत मिली, जबकि दो हार का सामना करना पड़ा. एक मैच ऐसा रहा जो बेनतीजा रहा. मेलबर्न में मिली हार के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (rohit sharma) ने बड़ी बात कही है. उन्होंने 184 रन के बड़े अंतर से परास्त होने पर हैरान करने वाला बयान दिया है.

चौथे टेस्ट में हारने पर वे काफी भड़के हैं. रोहित शर्मा (rohit sharma) ने कहा कि बहुत निराशाजनक है कि ऐसा नहीं कि हमड़ाई नहीं करने के इरादे से उतरे थे. हम अंत तक लडना चाहते थे, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो सका. उन्होंने कहा कि सिर्फ आखिरी सेशन का आकलन करना होगा. पूरे टेस्ट मैच को देखना होगा, हारे पास मौके थे, लेकिन उनका फायदा नहीं उठाया.

रोहित ने बताए हार के कारण

ऑस्ट्रेलिया में मिली करारी हार के बाद रोहित शर्मा ने कहा कि मुझे पता था कि यहां चीजें मुश्किल हो सकती हैं. लेकिन हम मुश्किल परिस्थितियों में कड़ी क्रिकेट खेलना पसंद करते थे. मैं खेल में हुई सिर्फ घटना को ही नहीं देखना चाहता. उन्होंने कहा कि मैं अपने कमरे में वापस गया और इस बारे में सोचा कि एक टीम के तौर पर हम और क्या कर सकते हैं.

हमने एक तरफ से हरसंभव कोशिश की है. हमने अपना सबकुछ पूरी तरह से झोंक दिया है. उन्होंने कहा कि आखिरी विकेट की साझेदारी में कड़ी टक्कर देने का काम किया है. हमारे पास मौके थे और हम उन्हें भुना नहीं पाए. शायद इसी वजह से हार का सामना करना पड़ा.

लक्ष्य हासिल कर सकती थी भारतीय टीम

तत्कालीन कप्तान रोहित शर्मा हार के बाद यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि हम जानते ते कि 340 रन का लक्ष्य चेज करना हमारे लिए आसान नहीं होने वाला था. हमने अपनी तरफ से हरसंभव कोशिश की है.आखिरी दो सेशन में विकेट होती तो आराम से लक्ष्य हासिल कर लिया जाता. वाकई ऑस्ट्रेलिया ने शानदार गेंदबाजी की. खेल जीतने के लिए की तरीके हैं जिनमें हम पीछे रह गए.