नई दिल्लीः गिरते तापमान के बीच राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव (delhi assembly election) की तपिश बढ़ती जा रही है. आम आदमी पार्टी (aap) जहां चुनाव में जीत के बाद महिलाओं को 2100 रुपये महीना देने के साथ संजीवनी योजना (sanjeevani yojana) से बूढ़े वोटर्स को साधकर एक बार फिर सत्ता पाने की कोशिश में है. दूसरी तरफ बीजेपी के पूर्व सांसद प्रवेश सहिब सिंह वर्मा ने तो  आज कमाल ही कर दिया.

उन्होंने बड़ी संख्या में महिलाओं को 1100-1100 रुपये की राशि का वितरण कर दिया. यह सब देख आम आदमी पार्टी तिलमिला उठी. आप ने नई दिल्ली सीट पर वोट की खरीद-परोख्त का आरोप लगाया तो उधर बीजेपी बचाव में उतर गई. बीजेपी के पूर्व सांसद ने कहा कि वह अपनी संस्था के जरिए गरीबों की मदद करते आएं हैं जो आगे भी जारी रखेंगे.

कार्ड पर लिखा लाडली योजना का नाम

बीजेपी के पूर्व सांसद प्रवेश साहिब सिंह की तरफ से जो कार्ड महिलाओं को दिया गया, उसके ऊपर लाडली योजना का नाम लिखा है. इसके साथ ही कार्ड पर लाभार्थी की फोटो, पिता या पति का नाम, लाभार्थी क्रमांक और हस्ताक्षर भी हैं. इसके नीचे लिखा गया है, नारी का सम्मान, राष्ट्रीय स्वाभिमान. 20 विंडरसर पैलेस, नई दिल्ली.

इसके साथ ही कार्ड के ऊपर पीएम नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा की तस्वीर भी लगी है, जिसपर लिखा है हमारे प्रेरणास्रोत.

पैसा बांटने की बात पर बीजेपी नेता ने कही बड़ी बात

बीजेपी के पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा ने महिलाओं को नई दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान पैसा बांटने की कबूल की है. उन्होंने प्रेस वार्ता में बताया कि क्यों और कैसे 1100-1100 रुपये वितरित करने का काम किया गया है.

इतना ही नहीं बीजेपी नेता ने कहा कि उनके पिता ने राष्ट्रीय स्वाभिमान संस्था का निर्माण करीब 25 वर्ष पहले करने का काम किया गया था. उन्होंने कहा कि इसके तहत लंबे समय से गरीबों और जरूरतमंदों की सहायता लंबे समय से की जा रही है. इसी संस्था के जरिए उन्होंने पैसे बांटे हैं.

नई दिल्ली सीट पर मंथली 1100 रुपये देंगे प्रवेश वर्मा

इस बीच पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा ने नई दिल्ली सीट पर महिलाओं को हर महीना 1100 रुपये देने का भी ऐलान कर दिया. उन्होंने कहा कि मुझे अच्छा लग रहा है कि आतिशी जी और केजरीवाल जी हमारे काम की तारीफ कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं 11 दिन से यहां की महिलाओं का जो दुख देख रहा हूं वह केजरीवाल 11 वर्ष में नहीं देख पाए. यहां की महिलाओं ने उन्हें तीन बार विधायक चुनकर भेजा.