नई दिल्लीः दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले ‘आप’ सरकार की तरफ से लोगों को लुभाने के लिए एक हेल्थ स्कीम (Helth Scheme) लेकर आई है. स्कीम का नाम संजीवनी योजना (Sanjeevani Yojana) है. दिल्ली सरकार (Delhi Government) की तरफ से संजीवनी योजना (Sanjeevani Yojana) को मोदी सरकार की आयुष्मान भारत स्कीम से भी बढ़िया बताया जा रहा है. इससे 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का दिल्ली के किसी भी सरकारी या प्राइवेट अस्पताल (Sarkari-Private Hospitals) में मुफ्त इलाज हो सकेगा.
सरकार की तरफ से संजीवनी योजना (Sanjeevani Yojana) की तरफ से रजिस्ट्रेशन का काम भी शुरू कर दिया गया है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि बुजुर्गों को इलाज के लिए हेल्थ कार्ड (Helth Card) कब तक जारी होंगे. संजीवनी योजना (Sanjeevani Yojana) से जुड़ी जरूरी महत्वपूर्ण बातें नीचे आर्टिकल में जान सकते हैं, जहां आपका सब कंफ्यूजन खत्म हो जाएगा.
बुजुर्गों के हाथ में कब आएगा हेल्थ कार्ड?
दिल्ली सरकार (Delhi Government) की तरफ से शुरू की गई संजीवनी योजना (Sanjeevani Yojana) के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया का आगाज कर दिया गया है. रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद सत्यापन का काम किया जाएगा. जब सत्यापन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी तो बुजुर्गों को हेल्थ कार्ड (Helth Card) जारी किए जाएंगे. हेल्थ कार्ड (Helth Card) हाथ में आते ही दिल्ली के सरकार व प्राइवेट हॉस्पिटल में अपना मुफ्त में इलाज करवा सकते हैं.
इलाज कराने के लिए मिनिमम 60 साल और अधिकतम आयु की कोई सीमा निर्धारित नहीं की गई है. उम्र के लिहाज से रजिस्ट्रेशन कराने के लिए लाइन में लगना नहीं पड़ेगा. सरकार ने डोर-टू-रोड रजिस्ट्रेशन की सुविधा की गई है. बस आपके घर किसी भी दिन टीम रजिस्ट्रेशन कराने आ सकती है.
जानिए कैसे होगा रजिस्ट्रेशन?
दिल्ली सरकार की टीम के सदस्य घर-घर जाकर बुजुर्गों का पंजीकरण करा रहे हैं. संजीवनी योजना का आप भी फायदा उठाना चाहते हैं तो कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट्स होने चाहिए. इसमें आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, पैन कार्ड और बैंक खाता विवरत व एड्रेस प्रुफ तैयार करने की जरूरत होगी. इन कागजों के साथ संजीवनी योजना में रजिस्ट्रेशन हो जाएगा.
दिल्ली में कब होगा विधानसभा चुनाव?
देश की राजधानी दिल्ली में फरवरी महीने में विधानसभा चुनाव होने संभव माने जा रहे हैं. चुनाव आयोग किसी भी दिन चुनाव का शेड्यूल जारी कर सकता है. पिछेल तीन चुनावों में केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को जीत मिली. एक बार कांग्रेस के समर्थन से तो दो बार प्रचंड बहुमत से सरकार बनाई है.