Gemology: यदि ज्योतिष शास्त्र और वास्तु शास्त्रों के बारे में आप जानते हैँ तो इसमें एक नहीं बल्कि ढेरों रत्नो के बारे में सब कुछ विस्तार से बताया गया है। साथ ही इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में मौजूद ग्रहों कि दशा के मुताबिक ही कौन से ऐसे रत्न हैँ, जिनका प्रयोग करना चाहिए।

एक ऐसे ही रत्न के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैँ, ये रत्न यदि कर्क ( Cancer) राशि के जातकों के लिए काफी ज्यादा शुभ साबित होता है। ज्योतिष शास्त्रों के मुताबिक यदि कर्क राशि के जातकों को बहुत ही ज्यादा क्रोध यानि कि गुस्सा आता है तो वे सफ़ेद मोती को धारण कर सकते हैँ। सफ़ेद मोती को धारण करने से हर प्रकार का गुस्सा और बार बात पर आक्रोश होने वाला स्वाभाव दूर हो जाएगा। साथ ही साथ स्ट्रेस से भी छुटकारा मिल जाएगा।

ऐसे में जानते हैँ कि कर्क राशि के जातकों को सफ़ेद मोती किस तरह से धारण करना चाहिए और इसके कौन कौन से अनगिनत फायदे हैँ:

ये रही मोती रत्न कि खास प्रकार कि विशेषता

कोमलता, पवित्रता, सादगी कि निशानी कहे और माने जाने वाले रत्न मोती एक खास प्रकार का ज्योतिषीय रत्न माना जाता है। इसमें एक खास प्रकार कि आभा होती है वो आकर्षण को प्रदान करती है। मोती रत्न को धारण करना कर्क राशि के जातकों के लिए बहुत ही ज्यादा शुभ और लाभकारी माना जाता है।

क्या है मोती और चन्द्रमा का सीधा रिश्ता

– दरअसल मोती समुद्र के भीतर मौजूद घोंघे नाम के एक कीट में पाए जाते हैँ। मोती एक प्रकार से चन्द्रमा का रत्न भी होता है। इसलिए व्यक्ति का स्वाभाव किस तरह का है, इसके ऊपर मुख्य असर देखने को मिलता है।

– मोती रत्न मन को भी स्थिरता प्रदान करने वाला एक खास प्रकार का रत्न होता है। इस रत्न को धारण करते ही व्यक्ति का मनोबल एकदम बढ़ जाता है। साथ ही आत्मविश्वास में भी वृद्धि होती है।

– अगर कर्क राशि या ज्योतिषचार्यों के द्वारा चन्द्रमा कि पीड़ा को शांत करने के लिए अन्य राशि के जातक भी इसे ग्रहण करें तो क्रोध शांत हो जाता है।

मोती रत्न धारण करने के शुभ लाभ:

कर्क राशि के अलावा भी यदि अन्य राशि के जातकों को बात बात पर क्रोध आता है या चिल्ला पड़ते हैँ तो उनके लिए मोती रत्न धारण करना काफी ज्यादा शुभ साबित हो सकता है। इसे पहनने से गुस्सा कम होता है।