Vastu Tips: भूमि में दोष हो जाने से आपके परिवार में और जीवन में  एक नहीं बल्कि कई तरह कि समस्याएं आ सकती हैँ। वहीं, वास्तु में ऐसे तरह – तरह के दोषों के बारे में उल्लेख किया गया है, जो व्यक्ति के जीवन में ढेरों समस्याएं खड़ी कर सकते हैँ। इस दोष के लग जाने से परिवार के सभी जनों के ऊपर बुरा प्रभाव देखने को मिलता है। इसलिए समय रहते इन वास्तु दोषों को ठीक करने कि बहुत ही ज्यादा जरूरत होती है।

ऐसे में जान लें कि भूमि दोष लग जाने पर किस तरह के संकेत व्यसक्ति को नजर आते हैँ, जिसके बारे में उसे पता होना अति आवश्यक होता है:

कब लगता है भूमि दोष

वास्तु के अनुसार मानें तो ज़ब भी किसी भूमि या जमीन को खरीदें उससे जुड़े खास बातों को अवश्य ध्यान में रखें। भूल कर भी अगर बिना सोचे समझें भूमि को खरीदते हैँ तो कई तरह कि समस्याएं जीवन में देखने को मिल सकती हैँ। भूमि या घर खरीदते समय अपने कुंडली को जरूर दिखा लें, क्युंकि कुंडली दिखाने से शनि और शुक्र ग्रह के बारे में काफी हद तक पता चल जाता है। भूमि दोष होने पर इस तरह के लक्षण दिखाई दे सकते हैँ

– अगर जो जमीन आप खरीदने जा रहे हैँ वो पूरी तरह से बंजर हो चुकी है और उसके आस पास कि जगह पूरी हरी भरी है, तो इस तरह कि जमीन को खरीदने से पहले बचना चाहिए। भूमि दोष लगने कि वजह से भी जमीन बंजर हो सकती है।

– जिस जमीन में खुद के द्वारा लगाए पौधे उग आते हैँ वे जमीन सबसे ज्यादा अच्छी और सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है। ऐसी जमीनों को खरीदने से और घर होने से समृद्धि आती है।

– यदि अगर भूमि में नुकिले और कांटे दार पेड़ – पौधे लगे हैँ तो समझ लें तो जान और समझ लें कि ये भूमि अभी जाग्रत अवस्था में नहीं है। इस तरह कि ज़मीन को खरीदते समय कई तरह कि समस्याएं झेलनी पड़ सकती हैँ।

भूमि दोष होने पर नजर आते हैँ इस तरह के संकेत :

यदि भूमि दोष वाली जगह पर आपका घर बना है तो कई तरह कि अप्रिय घटनाएं जीवन में घटित हो सकती हैँ।

इस तरह के घरों में पालतू जानवर जैसे कि गाय, कुत्ते, बिल्ली ज्यादा दिनों तक नहीं रह पाते हैँ। या तो भाग जाएंगे या मर जाएंगे।

– भूमि का ज़ब ज़ब निर्माण कार्य करवा रहे हो और किसी न किसी अप्रिय घटना का बार बार होना।

भूमि दोष दूर करने के ये रहे कुछ उपाय :

यदि आप मिट्टी को दो फिट तक खुदवाते हैँ और इसकी मिट्टी को कहीं भी दूर जाकर फिंकवा देते हैँ तो वास्तु के अनुसार हर तरह कि नेगेटिविटी दूर हो जाती है।

भूमि दोष से बचने के लिए लाल और काले रंग का इस्तेमाल कम से कम करें।