RBI Update: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने किसानों को राहत देने के लिए कोलैटरल फ्री लोन की लिमिट बढ़ाने का ऐलान किया है। यह कदम किसानों को उनकी कृषि आवश्यकताओं के लिए बिना किसी संपत्ति को गिरवी रखे लोन प्राप्त करने में मदद करेगा।

कोलैटरल फ्री लोन क्या है?

कोलैटरल फ्री लोन वह लोन है जिसमें किसान को किसी भी प्रकार की संपत्ति (जैसे जमीन, घर आदि) को बैंक में गिरवी रखने की आवश्यकता नहीं होती।

यह सुविधा छोटे और सीमांत किसानों को उनकी खेती और अन्य कृषि कार्यों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए शुरू की गई थी।

आरबीआई का नया ऐलान

पहले कोलैटरल फ्री लोन की सीमा ₹1.60 लाख थी।

अब इसे बढ़ाकर ₹2 लाख या उससे अधिक कर दिया गया है।

यह बदलाव किसानों को अधिक वित्तीय स्वतंत्रता और सहूलियत देगा।

इस लोन के फायदे

1. गिरवी रखने की आवश्यकता नहीं:

जिन किसानों के पास संपत्ति नहीं है, वे भी आसानी से लोन प्राप्त कर सकते हैं।

2. कम ब्याज दर:

सरकार और बैंकों की ओर से कम ब्याज दर पर यह लोन उपलब्ध है।

3. कृषि विकास में मदद:

खेती के लिए आवश्यक उपकरण, बीज, खाद आदि खरीदने में सहायता।

सिंचाई, पशुपालन और अन्य कृषि गतिविधियों के लिए भी उपयोगी।

4. प्रोसेस आसान:

लोन प्रक्रिया को सरल और तेज बनाया गया है।

कैसे मिलेगा कोलैटरल फ्री लोन?

1. किसान क्रेडिट कार्ड (KCC):

किसान KCC के माध्यम से यह लोन ले सकते हैं।

KCC योजना के तहत मिलने वाला लोन कोलैटरल फ्री होता है।

2. दस्तावेज़:

आधार कार्ड, वोटर कार्ड, भूमि रिकॉर्ड (अगर उपलब्ध हो), बैंक पासबुक आदि।

3. बैंक संपर्क करें:

नजदीकी बैंक शाखा में जाकर कृषि लोन के लिए आवेदन करें।

4. सरकारी योजनाएं:

प्रधानमंत्री किसान योजना, नाबार्ड और अन्य सरकारी योजनाओं के तहत भी यह सुविधा उपलब्ध है।

कौन-कौन पात्र हैं?

छोटे और सीमांत किसान।

खेती पर आधारित व्यवसाय जैसे पशुपालन, मछली पालन आदि करने वाले।

स्वयं सहायता समूह (SHG) से जुड़े किसान।

यह कदम न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने में मदद करेगा बल्कि कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाएगा। किसान अब बिना झंझट के अपनी खेती की जरूरतों को पूरा करने के लिए लोन ले सकते हैं।