नई दिल्लीः बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को आगे बढ़ाते हुए केंद्र व राज्य सरकारों की तरफ से कुछ खास स्कीम ( scheme) का आरंभ किया गया है. सरकार चाहती है कि प्रत्येक बेटी पढ़े और आगे बढ़े. इस मुहिम को रफ्तार देने के लिए केंद्र सरकार (government) ने सुकन्या समृद्धि योजना (sukanya samriddhi yojana) चला रखी है. इस योजना का मकसद बेटियों को मालामाल करके आर्थिक स्थिति में सुधार करना है.

आपके घर में बिटिया का जन्म हुआ तो सुकन्या समृद्धि योजना (sukanya samriddhi yojana) से जोड़ सकता है. सबसे खास बात की जुड़वा बेटिया भी पैदा हुई तो भी मैच्योरिटी पर एक मुश्त छप्परफाड़ रकम मिल जाएगी. स्कीम की मैच्योरिटी सीमा 21 साल रखी है.15 साल की आयु तक इस योजना में निवेश करना होगा. कैसे बिटिया को मोटी रकम मिल जाएगी, यह सब नीचे खबर में पढ़ सकते हैं.

सुकन्या समृद्धि योजना से जुड़ी जरूरी बातें

केंद्र सरकार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ (beti padhao beti bachao) अभियान के तहत सुकन्या समृद्धि योजना (sukanya samriddhi yojana) की शुरुआत साल 2015 में की थी. इस योजना से जुड़ने के लिए बेटी की आयु 10 साल से कम होनी चाहिए. केवल माता-पिता ही बेटी के नाम खाता खुलवाकर निवेश कर सकते हैं. पहले दादा-दादी, नाना और नानी भी बिटिया का खाता खुलवाकर निवेश कर सकते थे, लेकिन सरकार नियमों में अब बदलाव कर दिया है.

योजना में न्यूनतम 250 तो मैक्सिमम 1.50 लाख रुपये तक का निवेश कर सकते हैं. इस योजना के द्वारा ओपन कराए गए अकाउंट में मिनिमम 15 साल तक के लिए निवेश करना जरूरी होता है. इसकी मैच्योरिटी सीमा 21 साल निर्धारित है.

योजना में मिल रहा कितना ब्याज

सुकन्या समृद्धि योजना (sukanya samriddhi yojana) में लोग अपनी जुड़वा बिटिया का नाम भी ओपन करा सकते हैं. वर्तमान में योजना पर 8.2 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है. बेटी की आयु जब 18 साल हो जाए तो 10 वीं क्लास पास कर ले तो आराम से आगामी शिक्षा के मकसद से अधिकतम 50 फीसदी तक राशि निकाली जा सकती है.

वहीं, बेटी की उम्र 18 साल होने के बाद उसकी शादी पर अकाउंट को समय से पहले बंद करने का काम किया जा सकता है. जानकारी के लिए बता दें कि इस योजना में बेटी के नाम पर लोग कई-कई लाख रुपये का फंड भी इकट्ठा कर सकते हैं. बड़ी संख्या में लोग अपनी बेटियों के खाते ओपन करवा रहे हैं.