नई दिल्लीः मार्केट में इन दिनों Electric Cycle का बोलवाला है. भारी भरकम परिवारों बच्चे Electric Cycle से ही स्कूल-कॉलेज तक जाना पसंद कर रहे हैं. इतना ही नहीं बड़े भी Electric Cycle को खरीदना पसंद करते हैं. लोगों की डिमांड को देखते हुए कंपनियों ने भी प्रोडक्शन काफी बढ़ दिया है. मार्केट में कीमतें ज्यादा होने से हर कोई इसे खरीदना नहीं पाता है.

अगर कोई ऐसा मैकेनिक मिल जाए कि घर रखी साइकिल को ही Electric Cycle में बदल दे तो कितना अच्छा रहेगा. यानी कम कीमत में आप Electric Cycle के मालिक बन जाएंगे. इस बीच दो ऐसे शख्स जिन्होंने अनोखी डिवाइस तैयार क साइकिल को Electric Cycle में तब्दी कर दिया. यह सुनकर आप चौंक रहे होंगे, लेकिन सौ फीसदी सच है. आप नीचे सब डिटेल में जान सकते हैं, जिससे आपको तसल्ली मिलेगी.

दोस्तों को कैसे आया डिवाइस का विचार?

साइकिल को Electric Cycle साइकिल बनाने में महाराष्ट्र के दो दोस्तों ने कमाल कर दिया है. पियंक और कुश ने एक ऐसी अनोखी डिवाइस निर्मित की है जो किसी भी साइकिल को Electric Cycle में बदलने का काम कर सकती है. दोनों ने जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली में एक एग्जीबिशन में अपनी डिवाइस का प्रदर्शन किया था, जहां इसे काफी तारीफें मिली हैं.

कहानी साझा करते हुए बताया कि एक दिन उन्होंने ऑनलाइन खाना ऑर्डर किया था. डिलीवरी बॉय साइकिल से खाना लेकर पहुंचा और काफी थका हुआ लग रहा था. पसीना निकल रहा था. दोस्तों ने कहा कि जब डिलीवरी बॉय से पूछा की साइकिल का इस्तेमाल क्यों करते हो तो उसने बाइक का खर्च ज्यादा रहने का हवाला दिया. हारे थके ने कहा इलेक्ट्रिक साइकिल खरीदना काफी महंगा है. इसी समय दोनों दोस्तों ने मध्यम परिवार के लिए Electric Cycle बनाने का संकल्प लिया.

जानिए किस नाम की डिवाइस?

प्रियंक और कुश के अनुसार, साल 2022 में ही इस Electric Cycle के लिए रिसर्च का काम शुरू कर दिया गया था. हुक नाम की डिवाइस तैयार की. यह डिवाइस किसी भी पुरानी साइकिल को इलेक्ट्रिक साइकिल में बदल सकती है. डिवाइस को लगाना बहुत ही सरल है, जो कई प्रकार के मोड्स में काम कर सकती है. Electric Cycle 15 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाई जा सकती है. इसकी बैटरी क्षमता भी 50 किमी तक रहेगी.

कितनी होगी कीमत?

मार्केट में धमाल मचाने को तैयार Electric Cycle की कीमत 10 से 12 हजार रुपये तक रहेगी. लोगों के लिए यह डिवाइस बहुत उपयोगी बनेगी. डिवाइस का उपयोग करके कोई भी पुरानी साइकिल को एडवांस्ड इलेक्ट्रिक साइकिल में बदलने का काम किया जा सकता है. प्रियंक और कुश का यह आविष्कार मध्यम परिवारों के लिए वरदान साबित हो सकता है.