Sukanya Samriddhi Yojana: सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) भारत सरकार द्वारा 2015 में शुरू की गई एक विशेष योजना है, जिसका उद्देश्य परिवारों में बेटियों के भविष्य के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना का लाभ 10 वर्ष से कम आयु की बेटियों के लिए उठाया जा सकता है।

सुकन्या समृद्धि योजना के फायदे:

1. उच्च ब्याज दर: इस योजना में सरकार द्वारा निर्धारित उच्च ब्याज दर (जो कि नियमित रूप से अपडेट होती है) प्रदान की जाती है, जो अन्य बचत योजनाओं से बेहतर होती है।

2. कर छूट: इस योजना में निवेश पर आयकर अधिनियम के तहत 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की कर छूट मिलती है।

3. लाभकारी सुरक्षा: इसमें निवेश करने से परिवार की बेटी का भविष्य सुरक्षित होता है और उसे उच्च शिक्षा या शादी के लिए वित्तीय सहायता मिलती है।

4. कम से कम निवेश: इसमें निवेश की राशि 250 रुपये प्रति माह से शुरू हो सकती है, जिससे यह एक सुलभ विकल्प बनता है।

5. लंबी अवधि का निवेश: इसमें पैसा 21 साल तक जमा किया जा सकता है और 21 साल के बाद पूरी राशि निकाली जा सकती है।

6. आंशिक निकासी: 18 साल की उम्र से पहले 50% तक की राशि बेटी की शिक्षा के लिए निकाली जा सकती है।

यह योजना देशभर में आसानी से उपलब्ध है और इसे पोस्ट ऑफिस या किसी भी अनुसूचित बैंकों के माध्यम से खोला जा सकता है। इसके माध्यम से माता-पिता अपनी बेटी के भविष्य को सशक्त बना सकते हैं।

सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) भारत सरकार द्वारा 2015 में शुरू की गई एक विशेष बचत योजना है, जिसका उद्देश्य भारतीय परिवारों में बेटियों के भविष्य के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना को “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान के तहत लागू किया गया था। यह योजना विशेष रूप से उन परिवारों के लिए है जिनकी बेटियाँ 10 साल से कम उम्र की हैं।

सुकन्या समृद्धि योजना के लाभ:

1. उच्च ब्याज दर: इस योजना में सरकार एक आकर्षक ब्याज दर प्रदान करती है, जो आमतौर पर अन्य बचत योजनाओं से बेहतर होती है। वर्तमान में यह ब्याज दर 7.6% है (ब्याज दर समय-समय पर अपडेट हो सकती है)।

2. कर लाभ: सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत किए गए निवेश पर 80C के तहत कर छूट मिलती है, जिसका मतलब है कि निवेशक 1.5 लाख रुपये तक की राशि पर कर कटौती का लाभ उठा सकते हैं।

3. न्यूनतम निवेश राशि: इस योजना में न्यूनतम निवेश 250 रुपये प्रति माह से शुरू होता है। अधिकतम निवेश 1.5 लाख रुपये तक कर सकते हैं, जिससे यह योजना सभी वर्गों के लिए सुलभ बनती है।

4. 21 साल तक का निवेश: इस योजना के तहत एक बार खाता खोलने के बाद, उसे 21 साल तक चलाया जा सकता है। जमा राशि पर ब्याज का हिसाब इसी अवधि तक किया जाएगा।