नई दिल्लीः गूगल मैप (Google Maps) एक ऐसी सर्विस है, जो अनजान जगह भी बहुत काम आती है. इसके जरिए आप तय स्थान पर आराम से पहुंच जाते हैं. अगर आप भी एड्रॉयड फोन (android phone) चलाते हैं तो जरूर ही गूगल मैप (Google Maps) का इस्तेमाल करते होंगे, जिसमें हुए बदलावों को जरूरी जान सकते हैं. क्या आपको पता है कि कंपनी अब इसकी लोकेशन हिस्ट्री सेव (lacation history( करने के तरीके में परिवर्तन करने वाली है.
गूगल ने बीत वर्ष ऐलान किया था कि यूजर्स अपने टाइमलाइन डेटा को या तो डिवाइस पर सेव कर सकते हैं या क्लाउड पर एन्क्रिप्टेड फॉर्म में बैकअप प्राप्त कर सते हैं. अगर आप अपनी लोकेशन हिस्ट्री सेव कराना चाहते हैं तो फिर बिल्कुल भी देर नहीं करें. आप आराम से यह हिस्ट्री सेव करवा सकते हैं, जिससे यूजर्स को दिक्कत नहीं होने वाली है. यूजर्स को ईमेल के जरिए चेतावनी भी दी जा रही है.
ईमेल के जरिए दी जा रही चेतावनी
आपको जानना चाहिए कि गूगल की तरफ से अब यूजर्स को जानकारी दी जा रही है. यह जानकारी ईमेल (EMAIL) की सहायता से गूगल दे रहा है. यूजर्स को इनफॉर्म किया जा रहा है कि यूजर्स अपनीलोकेशन हिस्ट्री सेव करना चाहते हैं, तो उन्हें तुरंत करवा लें. ऐसा नहीं कराने पर यूजर्स का डेटा ही गायब यानी डिलीट हो जाएगा. डिलट होने की डेडलाइन हर यूजर के लिए अलग रह सकती है.
डेटा डिलीट हो गई तो फिर एक बड़ी दिक्कत सामने आ सकती है. वैसे बई गूगल की तरफ से अब लोकेशन डेटा को हर डिवाइस के लिए अलग तरीके से सेव करने का काम करेगा. इसका मतलब है कि आपकी टाइमलाइन अब वेब पर इंटीग्रेट नहीं हो सकेगी. आप कोई कार्रवाई नहीं करते, तो गूगल आखिरी 3 महीने का डेटा ही डिलीट कर सकेगा.
जानिए कैसे डेटा करें सेव?
सबसे पहले यूजर्स Google Takeout का इस्तेमाल करें और takeout.google.com पर जाकर क्लिक करना होगा.
इसके बाद यूजर्स सिर्फ “लोकेशन हिस्ट्री (टाइमलाइन)” ऑप्शन को टिक करें.
इसके बाद आगामी स्टेप पर क्लिक करें और “क्रिएट एक्सपोर्ट” सेलेक्ट करना उचित समझें.
फिर फोन सेटिंग्स से एक्सपोर्ट करने की जरूरत होगी.
फिर यूजर्स फोन पर सेटिंग >Location > Location Services> टाइमलाइन पर जाने की जरूरत होगी.
इसके बाद डिवाइस-स्पेसिफिक डेटा का बैकअप लें.
फिर अगर एक बार परिवर्तन लागू हो जाता है तो इसके बाद आप वेब पर टाइमलाइन तक नहीं पहुंच सकेंगे.