Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में सीढ़ियों को लेकर के कई सारी बातें बताई गई हैं कि किस तरह से ये अहम भूमिका निभाता है। वहीं, मान्यता अनुसार मानें तो सीढ़ियों को बनवाते समय वास्तु नियमों की खासतौर पर अधिक देख-रेख करने की आवश्य्कता होती है। क्यूंकि वास्तु के अनुसार ये कहा जाता है कि यदि गलत दिशा की ओर सीढ़ी बनवाई जाती है तो ये इससे घर के चारों ओर नेगेटिविटी फैलती है। इतना ही नहीं पूरे घर में कई तरह के वास्तु दोष तक लग सकते हैं। ऐसे में इसलिए कहा जाता है कि सीढ़ियों से जुड़े वास्तु टिप्स को कभी भी अनदेखा नहीं करना चाहिए।

वहीं, अगर घर में सीढ़ी से जुड़े इन वास्तु नियमों को अपनाते हैं तो परिवार में किसी तरह की समस्या नहीं होती है। इसके अलावा परिवार में आने वाला हर तरह का कष्ट भी दूर हो जाता है।

ऐसे में आज हम आपको वास्तु शास्त्र से जुड़े इन उपायों के बारे में डिटेल से बताते हैं:

जानिए सीढ़ियों से जुड़े इन वास्तु टिप्स:

वास्तु के अनुसार मानें तो सीढ़ियों की चौड़ाई एक हाथ से तीन हाथ के बीच ही होनी चाहिए। अगर ऐसा है तो वास्तु दोष हर प्रकार के दूर हो जाएंगें साथ ही घर में हर प्रकार की नकारात्मकता भी दूर हो जाएगी।

जब सीढ़ियों को बनवाएं तो कभी भी ईशान कोण में सीढ़ी को न बनवाएं क्यूंकि ये बिलकुल भी शुभ नहीं होता है।

वास्तु शास्त्र में घूमवदार सीढ़ी बनाने की भी मनाही है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार मानें तो दक्षिण पश्चिम में सीढ़ियों का निर्माण करवाना भी बहुत ही ज्यादा शुभ और फलदायी होता है।

याद रखें कि सीढ़ियों के नीचे भूलकर भी पूजा घर का भी निर्माण नहीं करवाना चाहिए।

वास्तु के मुताबिक मानें तो सीढ़ियों के नीचे काफी ज्यादा नेगेटिव एनर्जी वाली जगह जैसे कि स्टोर रूम, वाश रूम जैसी जगह नहीं बनवानी चाहिए। न ही यहाँ डस्टबिन रखना चाहिए।

वहीं, घर में ब्रह्मा जी के स्थान का बहुत ही ज्यादा महत्व होता है , ऐसे में इस जगह सीढ़ियों का निर्माण नहीं करवाना चाहिए।

मान्यता है कि सीढ़ियों के शुरू और लास्ट में वास्तु नियमों को ध्यान में रखना चाहिए। नीचे के दरवाजे को ऊपर के दरवाजे से ज्यादा बड़ा होना चाहिए।

 

 

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