नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी की तैयारियां तेज कर दी हैं। हाल ही में उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वे नेट्स पर गेंदबाजी करते नजर आए। यह वीडियो उनके फैंस के लिए उम्मीदों की किरण लेकर आया है। शमी, जो बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2025 का हिस्सा नहीं बन सके थे, अब आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के मंच पर अपनी छाप छोड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2025 में शमी का न खेलना भारतीय टीम के लिए एक बड़ी कमी साबित हुआ। वे इस बड़ी सीरीज का हिस्सा नहीं बन सके क्योंकि पैर की चोट ने उन्हें मैदान से दूर रखा। हालांकि, इस दौरान शमी ने अपनी फिटनेस पर जमकर काम किया और अब वे पूरी तरह से वापसी करने के लिए बेताब हैं।
उनकी गैरमौजूदगी ने भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण को कमजोर किया, खासकर जसप्रीत बुमराह को दूसरे छोर से सपोर्ट नहीं मिल पाया। लेकिन अब शमी का लक्ष्य है कि वे अपने अनुभव और स्किल के जरिए टीम इंडिया को आगामी चैंपियंस ट्रॉफी में मजबूती प्रदान करें।
मोहम्मद शमी का अगला बड़ा लक्ष्य आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 है। यह टूर्नामेंट उनकी वापसी के लिए एक बेहतरीन मौका हो सकता है। शमी आखिरी बार 2023 वनडे वर्ल्ड कप में खेले थे, जहां उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था।
उनकी गति, स्विंग और लाइन-लेंथ ने विपक्षी बल्लेबाजों को परेशान किया। हालांकि, चोटों के कारण वे पिछले कुछ समय से टीम से बाहर हैं, लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए उनकी मेहनत और तैयारी दर्शाती है कि वे एक बार फिर भारतीय गेंदबाजी अटैक के मुख्य आधार बनने को तैयार हैं।
शमी ने हाल ही में विजय हजारे ट्रॉफी और रणजी ट्रॉफी में हिस्सा लिया, जिससे उनकी फिटनेस और फॉर्म को परखा गया। हालांकि, अंतिम फैसला भारतीय टीम के मेडिकल स्टाफ और चयनकर्ताओं पर निर्भर करेगा। शमी ने खुद को फिट साबित करने के लिए सोशल मीडिया पर वीडियो साझा किया, जिसमें वे अपनी गेंदबाजी का प्रदर्शन कर रहे हैं।
यह वीडियो यह संकेत देता है कि शमी ने अपनी पुरानी लय फिर से हासिल कर ली है। लेकिन टीम इंडिया में उनकी वापसी का रास्ता उनके प्रदर्शन और फिटनेस पर निर्भर करेगा।
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी से पहले भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ व्हाइट बॉल सीरीज खेलनी है। इस सीरीज में पांच टी20 और तीन वनडे मैच शामिल हैं। यह सीरीज शमी के लिए एक महत्वपूर्ण मंच हो सकता है, जहां वे अपनी फिटनेस और फॉर्म को साबित कर सकते हैं।
अगर शमी इस सीरीज में प्रभावशाली प्रदर्शन करते हैं, तो उनका चैंपियंस ट्रॉफी में चयन लगभग तय हो जाएगा। भारतीय टीम को बुमराह और शमी की जोड़ी की जरूरत है, जो विपक्षी बल्लेबाजों को दबाव में ला सके।