Astro Tips: बात करें अगर सनातन धर्म कि तो यहाँ पर कई सारी बातें ऐसी बताई गई हैँ जिसे यदि आप फॉलो करते हैँ तो जीवन में काफी हद तक इसका सकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिलता है। लेकिन कुछ बारेँ ऐसी भी हैँ जिन्हें मान पाना और इसके मुताबिक चल पाना थोड़ा सा मुश्किल भरा काम हो जाता है।

ऐसे ही एक बात का सनातन धर्म में जिक्र किया गया है कि सूरज के ढलने के बाद दहलीज में बैठना बिलकुल भी शुभ नहीं माना जाता है। क्युंकि यदि ऐसा करते हैँ तो इसका आदर जीवन में देखने को मिलता है। ऐसे में चलिए डिटेल से जानते हैँ इसके बारे में।

हिन्दू धर्म में बताया गया है कि कई सारे ऐसे कार्य होते हैँ जिन्हें सनातन धर्म के मुताबिक भूल कर भी नहीं करने चाहिए। जैसे कि सनातन धर्म में सूर्य को देवता कि उपाधि दीं गई है। इसलिए कुछ ऐसे कार्य होते हैँ जिन्हें सूर्यास्त के पहले या बाद में भूल कर भी नहीं करना चाहिए। क्युंकि अगर इन्हें अनदेखा करते हैँ तो वास्तु दोष का शिकार भी हो सकते हैँ।

जानिए कि शाम के वक़्त क्यों नहीं बैठना चाहिए दहलीज पर

सनातन धर्म के मुताबिक मानें तो किसी भी व्यक्ति को शाम के समय दहलीज में नहीं बैठना चाहिए। क्युंकि सूर्यास्त के बाद दहलीज में बैठना अशुभ होता है। कहा जाता है कि ऐसा करने पर माँ लक्ष्मी जी घर से गुस्सा होकर चली जाती है और ऐसे में आपको आर्थिक दिक्क़तों का सामना भी करना पड़ सकता है। इसलिए शाम के वक़्त घर में उजाला करके और दीपक जला के रखते हैँ ताकि माँ लक्ष्मी जी का आशीर्वाद प्राप्त हो सके।

वहीं, शाम के समय झाड़ू लगाना भी बिलकुल शुभ नहीं होता है क्युंकि ऐसा करने से वास्तु दोष लग सकता है। साथ ही शाम के समय सोना भी अशुभ माना जाता है।