नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला जा रहा चौथा टेस्ट रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका है। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 474 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया, जिससे भारतीय टीम दबाव में आ गई। भारतीय टीम की शुरुआत लड़खड़ाती हुई नजर आई, और एक समय टीम 221 रनों पर 7 विकेट गंवाकर संकट में थी। लेकिन तभी वॉशिंगटन सुंदर और नितीश रेड्डी की जोड़ी ने ऐसी पारी खेली जिसने मैच की दिशा ही बदल दी। इन दोनों ने न सिर्फ फॉलोऑन को टालने में मदद की, बल्कि शानदार साझेदारी कर इतिहास भी रच दिया।

सुंदर और नितीश की ऐतिहासिक साझेदारी

वॉशिंगटन सुंदर और नितीश रेड्डी ने 8वें विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी कर भारतीय टीम को संकट से उबारा। यह ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट क्रिकेट में 8वें विकेट के लिए भारतीय टीम की दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है। इस जोड़ी ने सचिन तेंदुलकर और हरभजन सिंह के 129 रनों के रिकॉर्ड को तोड़ने के करीब पहुंचकर एक मिसाल कायम की।

ऑस्ट्रेलिया में 8वें विकेट के लिए भारतीय रिकॉर्ड:

हरभजन सिंह और सचिन तेंदुलकर: 129 रन
नितीश रेड्डी और वॉशिंगटन सुंदर: 127 रन
हरभजन सिंह और अनिल कुंबले: 107 रन

नितीश रेड्डी का दमदार शतक

जब भारतीय टीम संकट में थी, नितीश रेड्डी ने धैर्य के साथ बल्लेबाजी करते हुए बेहतरीन शतक जड़ा। उनकी पारी भारतीय टीम के लिए एक वरदान साबित हुई। नितीश ने 105* रनों की नाबाद पारी खेली और टीम को सम्मानजनक स्थिति में पहुंचाया। यह उनके करियर का एक यादगार लम्हा बन गया।

वॉशिंगटन सुंदर का शानदार योगदान

वॉशिंगटन सुंदर ने भी अपने बल्ले से कमाल दिखाया और 50 रन बनाए। उन्होंने न सिर्फ नितीश का बखूबी साथ दिया, बल्कि अपनी धीमी बल्लेबाजी से ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर दबाव बनाया।

टीम इंडिया की लड़ाई जारी
जहां एक तरफ ऑस्ट्रेलिया ने अपनी मजबूत पकड़ बनाई हुई है, वहीं भारतीय टीम की यह साझेदारी उसे मैच में बनाए रखने में कामयाब रही। नितीश और सुंदर की जोड़ी ने साबित कर दिया कि मुश्किल हालात में धैर्य और जुझारूपन सबसे बड़ा हथियार है।