नई दिल्ली: ब्रिसबेन के गाबा में बारिश से प्रभावित तीसरा टेस्ट ड्रॉ होने के बाद पांच टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज फिलहाल 1-1 से बराबर है। भारत (IND v AUS) ने पर्थ में सीरीज के पहले मैच में 295 रनों की शानदार जीत के साथ अपने दौरे की जोरदार शुरुआत की थी। हालांकि, एडिलेड ओवल में पिंक-बॉल टेस्ट में वे लड़खड़ा गए और 10 विकेट से हारकर शुरुआती बढ़त गंवा बैठे। अब टीम इंडिया चौथे टेस्ट, यानी बॉक्सिंग डे टेस्ट, में 26 दिसंबर से ऑस्ट्रेलिया का सामना करेगी।
टीम इंडिया के लिए यह मुकाबला केवल सीरीज के लिए ही नहीं, बल्कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल के लिहाज से भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है। भारतीय टीम इस सीरीज में बल्लेबाजी को लेकर संघर्ष करती दिखी है, और चौथे टेस्ट में उन्हें अपनी रणनीति पर खास ध्यान देना होगा। ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर खेलना पहले से ही चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी जैसे तेज गेंदबाजों से भारतीय टीम को अपनी गेंदबाजी विभाग पर भरोसा है।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कोच जस्टिन लैंगर ने हाल ही में पाकिस्तान के दिग्गज तेज गेंदबाज वसीम अकरम को “अपने द्वारा सामना किए गए सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज” बताया। उन्होंने भारतीय गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की तुलना वसीम अकरम से की, जो भारतीय फैंस के लिए गर्व की बात है। लैंगर ने कहा, “मुझे बुमराह का सामना करना पसंद नहीं आएगा। वह वसीम अकरम की तरह हैं। मेरे लिए, वह वसीम अकरम के दाएं हाथ के रूप हैं।”
लैंगर ने अपनी बातचीत में यह भी बताया कि महान तेज गेंदबाजों की सफलता का राज उनकी सटीकता और गति होती है। “महान गेंदबाज हर बार एक ही जगह पर गेंद डालते हैं और उनके पास एक बेहतरीन बाउंसर होती है। यही उन्हें बल्लेबाजों के लिए एक डरावना सपना बनाती है।” लैंगर के इस बयान से पता चलता है कि जसप्रीत बुमराह ने अपने प्रदर्शन से न केवल भारतीय फैंस बल्कि विदेशी क्रिकेट पंडितों का भी दिल जीता है।