नई दिल्ली: इंडिया वर्सेस ऑस्ट्रेलिया 5 मैचों की बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर खेला जा रहा है। इस मैच में टॉस जीतने के बाद टीम इंडिया ने गेंदबाजी करने का फैसला लिया। हालांकि, इस मैच की शुरुआत में ही विराट कोहली ने एक नया इतिहास रचते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने 100वें अंतरराष्ट्रीय मुकाबले का मील का पत्थर छू लिया। कोहली दुनिया के दूसरे ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 100 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विराट कोहली का ऐतिहासिक रिकॉर्ड

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे ज्यादा मैच खेलने का रिकॉर्ड अब भी मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के नाम है, जिन्होंने इस टीम के खिलाफ 110 मुकाबले खेले हैं। लेकिन विराट कोहली इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं।

एक टीम के खिलाफ सबसे ज्यादा मैच खेलने वाले खिलाड़ी

सचिन तेंदुलकर बनाम ऑस्ट्रेलिया – 110
महेला जयवर्धने बनाम भारत – 110
सचिन तेंदुलकर बनाम श्रीलंका – 109
सनथ जयसूर्या बनाम पाकिस्तान – 105
सनथ जयसूर्या बनाम भारत – 103
महेला जयवर्धने बनाम पाकिस्तान – 103
विराट कोहली बनाम ऑस्ट्रेलिया – 100

गाबा में भारत का टॉस रिकॉर्ड और टीम संयोजन

कप्तान रोहित शर्मा ने ब्रिस्बेन की ओवरकास्ट परिस्थितियों को देखते हुए टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया। हालांकि, भारत का ऑस्ट्रेलिया में टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का रिकॉर्ड अब तक अच्छा नहीं रहा है। इतिहास में चार बार ऐसा हुआ है जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी और हर बार हार का सामना करना पड़ा।

गाबा टेस्ट में भारतीय टीम के बदलाव

रोहित शर्मा ने गाबा टेस्ट की प्लेइंग XI में दो बड़े बदलाव किए।आर अश्विन की जगह रविंद्र जडेजा को शामिल किया गया। हर्षित राणा की जगह आकाशदीप की वापसी हुई।
वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने अपनी टीम में एकमात्र बदलाव करते हुए जोश हेजलवुड को स्कॉट बोलैंड की जगह शामिल किया।

ब्रिस्बेन गाबा की पिच का मिजाज

गाबा की पिच को तेज गेंदबाजों के लिए स्वर्ग माना जाता है। यहां की घास भरी पिच पर उछाल और स्विंग गेंदबाजों को काफी मदद मिलती है। लेकिन तीसरे और चौथे दिन से बल्लेबाजों के लिए रन बनाना थोड़ा आसान हो सकता है। स्पिनरों को भी यहां आखिरी दिनों में मदद मिलने की उम्मीद रहती है।

विराट कोहली की कप्तानी के बाद का सफर

विराट कोहली ने भारतीय क्रिकेट को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाया। कप्तानी छोड़ने के बाद भी उनकी बल्लेबाजी में निरंतरता देखी जा रही है। इस टेस्ट सीरीज में उनका प्रदर्शन भारतीय टीम के लिए निर्णायक साबित हो सकता है। उनके अनुभव और आत्मविश्वास ने उन्हें टीम का एक अनमोल हिस्सा बना दिया है।

गाबा टेस्ट का महत्व

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर खेला गया पिछला टेस्ट ऐतिहासिक था। जनवरी 2021 में भारत ने इस मैदान पर 32 साल बाद ऑस्ट्रेलिया को हराकर सीरीज 2-1 से अपने नाम की थी। गाबा को ऑस्ट्रेलिया का अभेद किला माना जाता था, लेकिन भारतीय टीम ने इस मिथक को तोड़ दिया।