नई दिल्ली: भारत वर्सेस ऑस्ट्रेलिया 5 मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा मुकाबला 14 दिसंबर से ब्रिस्बेन के गाबा स्टेडियम में खेला जाएगा। सीरीज के पहले दो मैचों में दोनों टीमों ने एक-एक जीत दर्ज कर बराबरी की है। गाबा टेस्ट भारतीय टीम के लिए काफी अहम साबित हो सकता है, क्योंकि इस मैच का नतीजा न केवल सीरीज की दिशा तय करेगा, बल्कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में भारत की स्थिति को भी प्रभावित करेगा।
WTC फाइनल की दौड़ में भारत के लिए जीत जरूरी
गाबा टेस्ट में हार का मतलब भारत की WTC फाइनल की उम्मीदों को बड़ा झटका लगना है। टीम को फाइनल में अपनी जगह सुरक्षित करने के लिए बचे हुए तीन टेस्ट में कम से कम दो जीत दर्ज करनी होगी। गाबा के इतिहास को देखते हुए यह चुनौती और भी कठिन हो जाती है।
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और कोच गौतम गंभीर के लिए यह टेस्ट सलेक्शन संबंधी कई मुश्किल फैसले लेकर आया है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या रोहित शर्मा ओपनिंग करेंगे या फिर केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल की जोड़ी को बरकरार रखा जाएगा।
पूर्व चयनकर्ता सबा करीम ने गाबा टेस्ट में भारत की जीत के लिए ठोस रणनीति सुझाई है। उनका मानना है कि रोहित शर्मा को अपनी नियमित ओपनिंग भूमिका में लौटना चाहिए। उन्होंने कहा, “रोहित शर्मा को ओपनिंग करनी चाहिए थी, और गाबा में उन्हें यही भूमिका निभानी चाहिए। हमारी हार का बड़ा कारण एडिलेड टेस्ट में पहली पारी में खराब बल्लेबाजी थी। हमें पहली पारी में 340-350 का स्कोर बनाना होगा ताकि खेल में पकड़ बनाई जा सके।”
केएल राहुल का नंबर-6 पर आना फायदेमंद
सबा करीम ने सुझाव दिया कि केएल राहुल को मिडल ऑर्डर में खेलना चाहिए। “केएल राहुल ने पिछले कुछ वर्षों में फ्लोटर की भूमिका निभाई है, और वह नंबर-6 पर खेलने के लिए तैयार हैं। इससे टीम को अधिक संतुलन मिलेगा और रोहित शर्मा अपनी ओपनिंग भूमिका निभा सकेंगे। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी प्लेइंग 11 में एक बड़ा बदलाव किया है। तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने फिट होकर टीम में वापसी की है। एडिलेड टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करने वाले स्कॉट बोलैंड को बाहर बैठाया गया है।