नई दिल्ली: टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा 14 दिसंबर से ब्रिसबेन के गाबा मैदान पर शुरू होने वाले भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया तीसरे टेस्ट में एक बार फिर ओपनिंग करते नजर आ सकते हैं। रोहित ने सीरीज का पहला टेस्ट नहीं खेला था, जहां जसप्रीत बुमराह ने कप्तानी की थी और केएल राहुल ने पारी का आगाज किया था। एडिलेड में खेले गए दूसरे डे-नाइट टेस्ट में रोहित की वापसी हुई, लेकिन वे मिडल ऑर्डर में बैटिंग करते दिखे।
ब्रिसबेन टेस्ट से पहले नेट प्रैक्टिस के दौरान रोहित को नई गेंद से खेलते देखा गया। यह संकेत है कि वे यशस्वी जायसवाल के साथ ओपनिंग कर सकते हैं। रोहित ने अब तक टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए कुल 65 मुकाबले खेले हैं, जिनमें उनके नाम 4279 रन हैं और 12 शानदार शतक दर्ज हैं।
रोहित का प्रदर्शन ओपनिंग करते समय और मिडल ऑर्डर में खेलने के दौरान काफी अलग रहा है। ओपनिंग के दौरान 42 टेस्ट में रोहित ने करीब 44 के औसत से रन बनाए हैं। इस दौरान उनके नाम 9 शतक दर्ज हैं। नंबर 6 पर बल्लेबाजी करते समय उनका औसत 50 का रहा है। इस पोजीशन पर खेलते हुए उन्होंने 3 शतक जड़े हैं। रोहित की कप्तानी में उनकी व्यक्तिगत बैटिंग औसत में गिरावट आई है।
कप्तानी करते समय उनके बल्ले से 22 टेस्ट में 32.42 के मामूली औसत से सिर्फ 1973 रन निकले है। बतौर कप्तान रोहित ने सिर्फ 4 शतक लगाए हैं।
अगर रोहित ओपन करते हैं, तो टीम इंडिया का बैटिंग ऑर्डर कुछ ऐसा दिख सकता है:
1. रोहित शर्मा
2. यशस्वी जायसवाल
3. शुभमन गिल
4. विराट कोहली
5. केएल राहुल
6 . ऋषभ पंत
केएल राहुल को मिडल ऑर्डर में खेलने का मौका दिया जा सकता है, ताकि बैटिंग लाइनअप में स्थिरता लाई जा सके। वहीं, ऋषभ पंत निचले क्रम में तेज़ रन बनाने की जिम्मेदारी निभा सकते हैं।
गाबा की पिच और रोहित का रोल
गाबा की पिच हमेशा से तेज गेंदबाजों के लिए मददगार मानी जाती है। यहां शुरुआती ओवर्स में गेंदबाजी के सामने टिकना चुनौतीपूर्ण होता है। ऐसे में रोहित शर्मा का अनुभव भारतीय टीम के लिए निर्णायक साबित हो सकता है। अगर रोहित और यशस्वी जायसवाल ने एक ठोस शुरुआत दी, तो टीम इंडिया मजबूत स्थिति में होगी।