Home Vastu Tips: इंसानों का जीवन कभी खुशियों से भरा होता है तो कभी इसी जीवन में बहुत सारे दुख देखने को मिलते हैँ। वहीं, पूरे दिन मेहनत करने के बाद कभी इस जीवन में कभी बहुत सारे लोगों को खुशियां मिलती हैँ और वे अपने जीवन में सब कुछ हासिल कर लेते हैँ। तो वहीं, कुछ लोग ऐसे हैँ जो कड़ी मेहनत करने के बावजूद भी यूँही खाली हाथ बैठे रह जाते हैँ।

ऐसे में वास्तु शास्त्र के अनुसार सुबह उठते ही अशुभता वाली चीजों से बचना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इन चीजों को देखने से जातक के मन से नेगेटिव एनर्जी का आगमन होता है। ऐसे में हम आपको बतायेंगे कि सुबह उठते ही किन चीजों से बचना चाहिए?

इन चीजों को देखने को बचें:

वास्तु शास्त्र के अनुसार रात को झूठे बर्तनों को नहीं छोड़ने चाहिए। माना जाता है कि रात में झूठे बर्तन को रात में झूठे बर्तनों से छोड़ने से घर माँ अन्नपूर्णा का वास नहीं होता है। यदि आपने किसी दिन रात को झूठे बर्तन छोड़ दिये हैँ, तो सुबह उठते उनको न देखें और उन्हें धोने से बचना चाहिए। अगर ऐसी गलती करते हैँ तो इसकी वजह से घर में गंदगी का कारण बनता है।

सुबह सुबह उठकर आपको किसी अन्य व्यक्ति कि परछाई को गलती से भी नहीं देखना चाहिए। यदि वास्तु शास्त्र के अनुसार मानें तो इस गलती को करने से जातक को कार्यों में कई सारी बढ़ाओँ का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए इस तरह कि गलतियां भूल कर भी नहीं करनी चाहिए।

वास्तु शास्त्र के अनुसार खराब या बंद घड़ी को घर में रखना बिलकुल भी शुभ नहीं होता है। यदि आप सुबह उठते ही बंद घड़ी को देखते हैँ, तो इस कारण से एक नहीं बल्कि कई सारी समस्यायों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए ऐसी गलती करने से आपको बचना चाहिए।

जानिए कि सुबह उठ कर क्या करें और क्या नहीं?

सनातन धर्म में सुबह के दौरान सभी देवी व देवताओं कि विधि विधान से पूजा अर्चना करना बहुत ही ज्यादा शुभ और अच्छा माना जाता है। इसलिए सुबह के समय नहा धो कर सूर्य देव को ज़ल अर्पित करना चाहिए और आराध्य देव कि पूजा करनी चाहिए। साथ ही उन्हें प्रिय चीजों का भोग लगाना चाहिए।

ऐसा कहा जाता है कि दिन कि शुरुआत देवी देवताओं के ध्यान से करना बहुत ही ज्यादा अच्छा और शुभ माना जाता है। इससे जातक का जीवन खुशहाल होता जाता है और जीवन से सारी समस्याएं दूर होती जाती हैँ। इसके अलावा मंदिरो में भी गरीबों में श्रद्धा के अनुसार वस्त्र, अन्न और भोजन को दान करना बहुत ही ज्यादा फालदायी और सुखदायी होता है।